Bihar School: बिहार में शिक्षा सुधार: अपर-मुख्य सचिव के नेतृत्व में बच्चों की उपस्थिति में वृद्धि
Bihar School News: एक रिपोर्ट के मुताबिक, सरकारी स्कूलों में सुधार करने का निर्णय हाल ही में लिया गया है। शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में अनुपस्थित बच्चों के मामले में सख्ती बढ़ाने का आदेश जारी किया है, जिसके परिणामस्वरूप इस राज्य के 24 लाख स्कूलों में अनुपस्थित बच्चों के नामों को काट दिया गया है। यह अमल किस अधिकारी के मार्गदर्शन में हुआ, यह खबर में दर्शाया जा रहा है।
Haryana Update: सरकारी स्कूलों में शिक्षा की स्थिति की चिंता बनी रहती है और सुधार की दिशा में प्रधानाध्यापक और शिक्षा विभाग संघर्षरत हैं। इसके बावजूद, बिहार से एक बड़ी रिपोर्ट सामने आ रही है जिसमें बताया जा रहा है कि लाखों बच्चों के नाम स्कूल से अनुपस्थित रहने के कारण काटे जा रहे हैं।
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अनुसार रिपोर्ट, अब तक राज्य में 23 लाख 69 हजार 980 बच्चों का नामांकन रद्द किया गया है। इसमें सबसे ज्यादा प्रभावित वर्ग 1 से 8 तक के बच्चों का है, जिनके नाम स्कूल से हटा दिए गए हैं। वहीं, 9 से 12 वर्ग में कुल 46 लाख 820 बच्चों का नामांकन रद्द किया गया है। इस बड़े एक्शन के पीछे किस अधिकारी का हस्तक्षेप हुआ है, आइए जानते है ।
बिहार में, शिक्षा विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी(Additional Chief Secretary), केके पाठक(K.K. Pathak), के आदेश पर एक कड़ा कदम उठाया गया है। इस नेतृत्व में कार्रवाई के परिणामस्वरूप सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति में वृद्धि हो रही है। पहले, जो बच्चे स्कूल से तीन दिनों तक गायब रहे, उन्हें नोटिस जारी किया गया। नोटिस के बाद, लगातार 15 दिनों तक स्कूल से गायब रहने वाले बच्चों के नामों को भी काटा गया है। बड़ी संख्या में बच्चे सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए दो जगहों पर नामांकन करा रहे होंगे एसा प्रशासन को शक है ।
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