Sucess Story : इस विदेशी ने शुरू की हरियाणा में खेती, छाप रहा है धड़ाधड़ नोट 

प्रदेश में बेरोजगारी इतनी बढ़ी है कि युवा लोगों को काम के लिए बाहर जाना पड़ रहा है। यही कारण है कि बहुत से युवा लोग चाहते हैं कि वे विदेश जाकर काम करें और अच्छे पैसे कमाएं। हरियाणा के करनाल जिले में ड्रेगन फूल की खेती करने वाले कुलदीप राणा ने दक्षिण अफ्रीका में लाखों रुपये की नौकरी छोड़ दी है और अपने प्रदेश में ही ड्रेगन फूल की खेती कर अच्छा खासा पैसा कमा रहा है।
 

घर बैठे लाखों रुपये कमा रहा कुलदीप राणा आज विदशो तक उसे जानते हैं। इस फूल को उगाने में बहुत मेहनत करनी पड़ती है। आज कुलदीप काम छोड़कर ड्रैगन फूल की खेती कर घर पर लाखों रुपये कमा रहा है। हेलोसेरस अंडस (एक प्रकार की कैक्टस बेल) का रसदार और गुदेदार फल ड्रैगन फ्रूट है। भारत में इसे कमलम कहा जाता है।


कुलदीप राणा का परिवार ड्रैगन फूल की खेती में इतनी महारत हासिल कर चुका है कि विदेशों से लोग उनके ड्रैगन फूल देखने आते हैं. एक पीस 80 से 100 रुपये में बिकता है। उन्हें इस फसल की खेती केवल आधे एकड़ में शुरू की गई थी। इस खेती में कम खर्च होता है और पानी भी बचता है। ड्रैगन फ्रूट के एक पीस की कीमत कम से कम ₹80 से ₹100 होती है। एक पौधे से दस से बारह किलो तक फल निकलते हैं। इस फल की सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें कोई बीमारी या किट नहीं लगता, और इसके लिए बहुत अधिक कीटनाशक नहीं चाहिए।

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क्या हो रहा है? ड्रैगन फ्रूट: गुदेदार और रसीला फल यह सफेद और लाल हैं। रात में खिलने वाले इसके फूल सुबह तक खिलते रहते हैं। इसके एक पौधे से 8 से 10 फल निकलते हैं, जो 300 से 400 ग्राम वजन के होते हैं। सलाद, मुरब्बा, जेली और शेक बनाने में इसका उपयोग किया जाता है। यह फल कई बीमारियों का उपचार करता है। यह बीमारी की जड़ से तो नहीं निकालता, लेकिन उसके लक्षणों को कम करता है। यह कैंसर और हृदय रोगियों के लिए बहुत अच्छा है।