Adipurush Ban: विरोध के बाद अब अयोध्या के संंतों ने की आदिपुरुष पर बैन लगाने की मांग, डायलॉगस को बताया शर्मनाक 

Adipurush: लोग बेसब्री से फिल्म की राह ताक रहे थे. फिल्म ने दर्शकों की उम्मीदों को पूरा नहीं किया. वहीं, अयोध्या के संत फिल्म को रोकने की मांग कर रहे हैं. अयोध्या के संतों का कहना है कि आदिपुरुष में रामायण के पात्रों को गलत दिखाया गया है.
 

Adipurush Ban on Ayodhya Saints: ओम राउत की आदिपुरुष फिल्म लगातार ट्रोल होती है. फिल्म को लोग बेसब्री से देख रहे थे. लेकिन फिल्म दर्शको की उम्मीदो पर खरी नही उतरी. वहीं, अयोध्या के संत अब फिल्म को बैन करने की मांग कर रहे हैं.

 

अयोध्या के संतों का कहना है कि रामायण के पात्रों को आदिपुरुष में गलत दिखाया गया है.

 

राम जन्मभूमि के प्रमुख पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि पहले विरोध करने के बावजूद फिल्म निर्माताओं ने रामायण के पात्रों को गलत तरीके से पेश किया है और हिंदू देवताओं को 'विकृत' तरीके से दिखाया है. 

डायलॉग शर्मनाक हैं“डायलॉग्स शर्मनाक हैं और आदिपुरुष पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए,” उन्होंने कहा. राम, हनुमान और रावण सभी भगवानों को अलग-अलग रूपों में चित्रित किया गया है.

 

यह हमारे देवताओं को एक बहुत अलग रूप में दिखाता है, जो हमने पहले पढ़ा था."

हिंदू धर्म को नष्ट करने का आरोप लगाने वाले हनुमान गढ़ी मंदिर के पुजारी राजू दास ने भी फिल्म पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया. “बॉलीवुड हिंदू धर्म को बर्बाद करने पर तुला हुआ है,” उसने कहा.

फिल्म आदिपुरुष का उदाहरण है कि उनके लिए हिंदू भावनाएं महत्वपूर्ण नहीं हैं. अयोध्या में संतों की सबसे बड़ी संस्था मणि राम दास छावनी पीठ ने भी आदिपुरूषों पर प्रतिबंध लगाने की मांग का समर्थन किया है.
 

बीते साल अक्टूबर में आदिपुरुष का टीजर रिलीज होने के बाद भी बहुत विरोध हुआ था. अयोध्या के संतों ने मेकर्स पर आरोप लगाया कि उन्होंने हिंदू देवी-देवताओं की छवि को बदनाम किया है और धार्मिक ग्रंथ रामायण को बदनाम किया है.

 

संतों ने कहा कि फिल्म में हनुमान को दाढ़ी के साथ और बिना मूंछ दिखाया गया था, जो कोई हिंदू नहीं करता था.

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