CM खट्टर हरियाणा के बुजुर्गों को देंगे 3 हजार रुपए पेंशन, बस डॉकयुमेंट में करवाएँ ये काम
CM खट्टर ने पहले से ही इसकी सूचना दी है। प्रदेश के वृद्धजनों को 3,000 रुपये मासिक पेंशन देने की घोषणा विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की थी। हालाँकि, पूरे राज्य में बुजुर्गों का ध्यान है, और वे अब पेंशन बढ़ने का इंतजार कर रहे हैं।
3 लाख वाले बुजुर्गों को भी सालाना पेंशन मिलेगी राज्य की खट्टर सरकार ने पहले से ही बुजुर्गों को बड़ी राहत दी है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की सरकार ने वृद्धावस्था पेंशन के लिए एक लाख रुपये की आय सीमा बढ़ा दी है। पेंशन का लाभ पहले सरकार से केवल 2 लाख रुपये की सालाना आय वाले बुजुर्गों को मिलता था, लेकिन अब यह सीमा तीन लाख रुपये कर दी गई है. यानी, अब तीन लाख रुपये की सालाना आय वाले बुजुर्ग भी पेंशन का लाभ पा सकते हैं। सरकार ने इस बारे में सूचना दी है।
हरियाणा में वृद्धावस्था पेंशन एक राजनीतिक मुद्दा है?
1 अप्रैल 2023 से राज्य के बुजुर्गों को 2750 रुपये मासिक पेंशन मिलेगा। राज्य में वृद्धावस्था पेंशन एक राजनीतिक मुद्दा है। बीजेपी ने चुनावी घोषणापत्र में 3100 रुपये की पेंशन देने का वादा किया था, जो अब पूरा होने वाला है। BJP के सहयोगी दल ने 5,000 रुपये की मासिक पेंशन देने की घोषणा की थी, लेकिन तब वह बीजेपी के साथ चुनाव नहीं लड़ा था। कांग्रेस ने 2024 के चुनावों के लिए 6,000 रुपये मासिक पेंशन और इनेलो ने 7,500 रुपये मासिक पेंशन देने की घोषणा की है।
भाजपा प्रवक्ता ने क्या कहा?
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बीजेपी प्रवक्ता सुदेश कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल सिर्फ ऐसी घोषणाएं करते हैं जो पूरी हो सकती हैं और जिनके कार्यान्वयन में कोई वित्तीय या तकनीकी बाधा नहीं है। जनता के हित में जमीन पर काम करना बेहतर है।
JJP मासिक 5,500 रुपये पेंशन देने का वादा करता है, लेकिन आपको बता दें कि BJP की सहयोगी पार्टी JJP भी किसानों को साढ़े पांच हजार रुपये मासिक पेंशन देने का वादा करती है। सुदेश कटारिया ने कहा कि सरकार 2019 में किए गए वादे पूरे करने के करीब है। बीजेपी संगठन और सरकार मिलकर अगला वादा बनाएंगे और इसका उल्लेख भी चुनावी घोषणा पत्र में करेंगे।
हरियाणा में लाखों परिवार ऐसे हैं, जिनका जीवन पेंशन के पैसे पर निर्भर है। ऐसे सैकड़ों लोग अपने बच्चों से दूर रहते हैं। ऐसे लोगों के पास पैसे कमाने का कोई और उपाय नहीं है। पति-पत्नी को मासिक 5,500 रुपये की पेंशन मिलती है, जो एक गरीब परिवार के लिए पर्याप्त है।