बच्चो के सामने कभी न बदले कपड़े, और ना करें ये काम, नही तो हो सकता है भारी नुकसान
दो साल की उम्र में बच्चे बहुत कुछ समझने लगते हैं। उसकी पर्सनैलिटी और कैरेक्टर को आपकी ये गलतियाँ बनाती और बिगाड़ती हैं। जानें बच्चों के सामने क्या नहीं करना चाहिए।
छोटे बच्चे अपने मां-बाप और घरवालों की दृष्टि से दुनिया को देखते हैं, इसलिए सास-ससुर को बदनाम मत करो। पास के लोगों का बोलना, चलना और प्रतिक्रिया सबसे अधिक प्रभावी हैं। बच्चों का व्यवहार साधारण बातों से बदतर हो सकता है। आप भले बच्चे से गलत बात नहीं कर रहे हैं, लेकिन उसके सामने किसी की भी बुराई नहीं कर रहे हैं। यदि आपके घर में कोई बुजुर्ग या बड़ा बच्चे है, तो उनकी छवि को खराब करना या गॉसिप करना उन पर बुरा प्रभाव डालता है।
कई लोग बच्चों से सुनी-सुनाई बातें पूछते हैं। या बच्चा अकेले किसी की गॉसिप सुनकर अपने माता-पिता या दादा-दादी को बता सकता है। अगर ऐसा हो, तो उन्हें तुरंत फोन करके बता दें कि यह गलत आदत है।
सामने कपड़े नहीं बदलें: मां-बाप या घरवाले अक्सर बच्चे को छोटा समझते हैं और उसके सामने कपड़े बदलने लगते हैं। ऐसा करना अनुचित है। घरवालों के साथ रहते हुए भी प्रिवसी में बदलाव करें। कितना भी जल्दबाज हो, बच्चों के सामने ऐसा नहीं करना चाहिए। भले ही आपका बच्चा छोटा हो। बच्चों को नहाने में भी साथ नहीं ले जाएं। उन्हें अकेले नहलाने और हमेशा शरीर के अंगों को कवर करने के लिए कहें।
बच्चे के सामने गुस्से में झगड़ना या गुस्से में आपा खोना दिमाग पर बुरा असर डालता है। बच्चे के सामने पिता और मां दोनों का सम्मान करना चाहिए। आपके रिश्ते कैसे भी हों, बच्चे के मन में आपके साथ न होना चिंता पैदा करता है। एक-दूसरे को अपशब्द कहना या बच्चे से ही अपने प्रेमी की बुराई करना उसके व्यक्तित्व को खराब कर सकता है।
बुरी आदतों को दूसरों से न बताएं अगर आपके बच्चे में कोई बुरी आदत है, तो उसे दूसरों से न बताएं। जब वह कोई बुरा काम करे, तो दूसरों को बताकर हंसे नहीं। जब छोटे बच्चों को लगता है कि उन्होंने कुछ अच्छा किया है, तो सभी हंसते हैं। ऐसे में वे बार-बार ऐसा करने लगेंगे। बच्चे का मन ब्लैंक पेपर से मिलता-जुलता है। वह अच्छा या बुरा नहीं जानती।