Tomato Flu: तेजी से फैल रहा  हैं Tomato Flu बच्चों को  हो सकता है खतरा

Tomato Flu:देश में टोमैटो फ्लू  के मामले बढ़ रहे हैं. केरल, ओडिशा और हरियाणा में अब तक इस फ्लू के 100 से ज्यादा मामले आ चुके हैं. यह बीमारी 9 साल से कम उम्र के बच्चों को हो रही है
 

Haryana update:  टोमैटो फ्लू (Tomato Flu)के बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी इससे बचाव को लेकर गाइडलाइन जारी की है. ये फ्लू 9 साल से कम उम्र के बच्चों को हो रहा है, हालांकि मेडिकल जर्नल द लैंसेट रेस्पिरेटरी(Lancet Respiratory) ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि अगर टोमैटो फ्लू को नियंत्रित नहीं किया गया तो वयस्कों में भी संक्रमण फैल सकता है. साथ ही कमजोर इम्यूनिटा(immunity) वाले बच्चों को इससे खतरा हो सकता है. हालांकि इस बारे में एक्सपर्ट्स की राय अलग है.

 

 

 

 

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अपोलो हॉस्पिटल के पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. प्रदीप कुमार सिंघल ने बताया कि टोमैटो फ्लू कोई खतरनाक बीमारी नहीं है. ये एक अन्य किसी वायरल इंफेक्शन की तरह ही है. बस लक्षणों में थोड़ा बदलाव आया है और इससे संक्रमित बच्चों के शरीर पर लाल दाने निकल रहे हैं. इसलिए इसे टोमैटो फ्लू नाम दे दिया गया है. इस प्रकार की बीमारियों बच्चों को होती रहती हैं, जिसमें तेज बुखार होता है और शरीर पर दाने निकलते हैं, लेकिन इस बार टोमैटो फ्लू नाम दे दिया गया है तो लोग इससे घबरा रहे हैं, जबकि ये कोई नई बीमारी नहीं है.

सामान्य फ्लू जैसे हैं लक्षण(Common flu-like symptoms)

डॉ. सिंघल बताते हैं कि टौमैटो फ्लू में भी बच्चे को बुखार, बदन दर्द, थकावट की समस्या होती है. कुछ मामलों में पेट दर्द भी हो सकता है और उल्टी या दस्त हो जाते हैं. ये सभी लक्षण किसी सामान्य फ्लू में भी होते हैं. टौमैटो फ्लू में बस लाल दाने निकलते हैं इसके अलावा इस बीमारी का कोई अलग लक्षण नहीं है. इससे संक्रमित किसी भी बच्चे की मौत का मामला भी सामने नहीं आया है और न ही ये फ्लू अधिक संक्रामक है. इसलिए पैनिक होने की जरूरत नहीं है.

क्या कमजोर इम्यूनिटा वाले बच्चों को खतरा है(Are children with weak immunity at risk?)

कमजोर इम्यूनिटी वाले बच्चों को क्या सतर्क रहने की जरूरत है. डॉ. सिंघल कहते हैं कमजोर इम्यूनिटी वालों को किसी भी प्रकार के संक्रमण का खतरा रहता है, लेकिन ऐसा नहीं है कि अगर इन बच्चो के ये इंफेक्शन हो गया तो घातक होगा. पहले भी बच्चों में इस प्रकार की बीमारियों हुई हैं जिनमें शरीर पर रैशेज भी निकले हैं, लेकिन कभी इनसे मौतें दर्ज नहीं कि गई है. हालांकि फिर भी बचाव करने की जरूरत है.क्योंकि कुछ मामलों में ये फ्लू सांस से संबंधित परेशानी भी कर सकते है. ऐसे में बच्चों को कुछ सावधानी बरतनी चाहिए.

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ये हैं इससे बचाव के तरीके

घर में साफ-सफाई का ध्यान रखें.

अगर बच्चे को तेज बुखार है तो उसे 5 से 7 दिन के आइसोलेशन में रखें.

मरीज को पूरी तरीके से रेस्ट लेना चाहिए और साथ में बहुत तरर्ल पदार्थ लेना चाहिए

अपने बच्चों को यह जरूर समझाएं कि वह बुखार वाले बच्चों से दूरी बनाकर रखें

बच्चों को हैंड हाइजीन के लिए प्रेरित करें और हाथ धोकर भोजन करने के लिए कहें

अगर शरीर के जिस भी हिस्से पर छाले पड़े गए हैं तो उसको खरोंचे नहीं

इस बीच बच्चों को न्यूट्रीशिव्स डाइट दें

टोमैटो फ्लू से घबराएं नहीं(Don't be afraid of tomato flu)

वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. कवलजीत सिंह का कहना है कि टोमैटो फ्लू का नाम सुनकर लोग घबरा रहे हैं, उन्हें लग रहा है कि कोरोना की तरह कोई बीमारी आ गई है, जबकि ऐसा नहीं है. ये बच्चों में होने वाला एक आम संक्रमण है. व्यस्कों में ऐसे केस नहीं देखे जाते हैं. अगर किसी बच्चों को ये फ्लू हो भी गया है तो माता-पिता को घबराने की जरूरत नहीं है. लक्षणों के आधार पर इसका इलाज हो जाता है और बच्चों में इस बीमारी से खतरा भी नहीं देखा गया है.