National politics: राष्ट्रीय राजनीति में आने के लिए  Amit Shah को सिखनी पड़ी थी हिंदी

Union Home Minister Amit Shah:राष्ट्रीय राजनीति में आने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह(Amit Shah )ने गुजराती से हिंदी सीखी. इसके लिए वह रोज सुबह साढ़े 6 बजे से साढ़े दस बजे तक 4 घंटे हिंदी को समय दिया करते थे.
 

Haryana update:  गुजरात के एक बड़े दिवंगत नेता ने अमित शाह (Amit Shah)को गुजराती से हिंदी सीखने में मदद की थी. यह खुलासा खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राजधानी भोपाल (capital Bhopal)में एक कार्यक्रम के दौरान किया.

 

 

 

वह सोमवार को भोपाल में विधान सभा के सभागार में कुशाभाऊ ठाकरे जन्म शताब्दी वर्ष समारोह के तहत आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 व्याख्यान को संबोधित कर रहे थे.

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उन्होंने कहा उस दौरान एक नेता ने उनसे कहा था कि उन्हें हिंदी के बजाय अंग्रेजी सीखनी चाहिए. ऐसा इसलिए भी क्योंकि अंग्रेजी बोलने वालों को ज्यादा क्षमता वाला समझा जाता है. लेकिन, इस पर अमित शाह ने कहा मेरा मानना है कि भाषा क्षमता की परिचायक नहीं है. क्षमता व्यक्ति में होती है, भाषा में नहीं. आज चीज, जापान जैसे कई देशों में अपनी भाषा में अनुसंधान होता है और वो कामयाब हैं.

वकीलों को लेकर कही बड़ी बात(Big thing said about lawyers)

कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक और बड़ी बात कही. उन्होंने कहा कि वह राजनीति में लंबे समय से हैं. उन्हें कई बार अदालतों में कानूनी सुनवाई का भी सामना करना पड़ा. कई वकीलों के संपर्क में भी आए. अमित शाह की मानें तो वो डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले ऐसे कई वकीलों को जानते हैं जिनके कानूनी फंडामेंटल सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के वकीलों से भी ज्यादा बेहतर हैं. लेकिन, डिस्ट्रिक्ट कोर्ट वाले वो वकील हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस नहीं कर पाते, क्योंकि वह फर्राटे दार अंग्रेजी नहीं बोल पाते.

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नई शिक्षा नीति पहले से बेहतर- शाह(New education policy better than before - Shah)

नई शिक्षा नीति पर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अंग्रेजों के हाथ में शासन आने के बाद शिक्षा के उद्देश्य से हम भटके थे. शिक्षा का मतलब सिर्फ रोजगार देना नहीं है. शिक्षा मनुष्य को उत्कृष्ट बनाने का काम करती है. नई शिक्षा नीति भारत की आत्मा की उद्घोषणा है. शिक्षा नीति में इस बात पर जोर दिया गया है कि शिक्षा अपनी भाषा में हो. आदमी सफल तो बन सकता है, लेकिन बड़ा बनाने का काम करने वाली नीति ही असली शिक्षा नीति है. पहले की शिक्षा नीति में शिक्षा का मूल स्वभाव नहीं था. नई शिक्षा नीति में इस काम को पूरा किया गया है. नई शिक्षा नीति में मैं महान भारत के निर्माण का बीज देख रहा हूं.