हरियाणा के इस इलाके में बड़ी कार्रवाई, 40 स्कूल बसें जब्त, 42 का काटा चालान
Haryana News: बस चेकिंग के दौरान स्कूल संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि बस चालकों को नियमित रूप से स्वास्थ्य चेकअप करवाया जाए। यदि चालक को क्रॉनिक डिजीज है, तो उनकी सेवाओं से परहेज करें।
Haryana Update: आपको बता दें, की जिला उपायुक्त अजय कुमार ने बताया कि स्कूल बसों की निरंतर जांच की जा रही है। नियमों का पालन नहीं करने वाले स्कूल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उनका कहना था कि जिला के सभी उपमंडल में संबंधित एसडीएम के नेतृत्व में टीमों द्वारा स्कूल बसों की जांच की जा रही है। उनका कहना था कि आज जिले में 124 बसों को चेक किया गया था। 42 बसों का चालान करके 40 बसों को इंपाउंड किया गया है ।
आज, रोहतक के एसडीएम आशीष कुमार ने अपने क्षेत्राधिकार में आने वाले लगभग एक दर्जन स्कूलों का दौरा कर बसों का निरीक्षण किया। 100 से अधिक बसों को चेक किया गया, और मापदंडों को पूरा नहीं करने पर 39 बसों का चालान कर 37 बसों को इंपाउंड कर दिया गया।
इसी तरह सांपला क्षेत्र में एसडीएम सुभाष चंद्र जून ने 21 बसों की जांच करके तीन बसों को पकड़ा। एसडीएम दलबीर सिंह फोगाट ने महम में 21 बसों को चेक किया।
उपायुक्त अजय कुमार ने बताया कि बस चेकिंग के दौरान स्कूल संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि बस चालकों को नियमित रूप से स्वास्थ्य चेकअप करवाया जाए। यदि चालक को क्रॉनिक डिजीज है, तो उनकी सेवाओं से परहेज करें।
इसके अलावा, उन्होंने बस चालकों को चेतावनी दी कि बस को तब तक नहीं चलाएं जब तक बच्चे अटेंडेंट द्वारा बस में सही तरीके से नहीं बैठा दिए जाते। स्कूल बस चालक बच्चों को उतारते समय सभी सुरक्षा उपायों का अच्छे से ध्यान रखें और अन्य वाहनों को ओवरटेक नहीं करें।
उनका कहना था कि संबंधित अथॉरिटी से हर वर्ष स्कूल बस का फिटनेस सर्टिफिकेट लेना अनिवार्य है। चालक को हैवी लाइसेंस चाहिए। बस में अटेंडेंट भी होना चाहिए। साथ ही अटेंडेट और ड्राइवर ड्रेस में होना चाहिए। बस के भीतर आग बुझाने वाली मशीन और फस्र्ट एड बॉक्स होना चाहिए। ज्यादा बच्चों को बस में नहीं बैठाना चाहिए। बस रजिस्ट्रेशन कार्ड भी चाहिए।