Haryana News: हरियाणा उपमुख्यमंत्री बोले, बाढ़ प्रभावित घरों को मरमत के लिए मिलेगी 1 लाख से ज्यादा तक की मदद
Haryana News: हरियाणा सरकार ने उन लोगों की मदद करने की पेशकश की है जिन्होंने बाढ़ के कारण अपने घर, फसलें, पशुधन और जीवन खो दिया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को मकानों के नुकसान की भरपाई के लिए 1.20 लाख रुपये तक की सहायता दी जायेगी. बाढ़ के कारण जान गंवाने वालों के पीड़ित परिवारों को 4 लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा
Latest News: Haryana Weather: बारिश ने ढाया कहर, चारों तरफ पानी, किसानो की फसलें हुई बर्बाद, बारिश को देख सभी परेशान
अधिकारियों को मुआवजे की रकम मृतकों के परिजनों के बैंक खाते में ट्रांसफर करने का आदेश दिया गया है. आकलन पूरा होने के बाद फसल नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा। 100 फीसदी फसल नुकसान की रिपोर्ट आने पर किसानों के खाते में तुरंत 15 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाएगा. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बाढ़ प्रभावित राज्यों की तर्ज पर केंद्र से मदद मांगेगी. इसके लिए जल्द ही केंद्र को प्रस्ताव भेजा जाएगा।
उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने सोमवार को राजस्व एवं आपदा तथा लोक निर्माण विभाग की बैठक में भाग लिया और बाढ़ से हुए नुकसान और लोगों की मदद पर मंथन किया. उन्होंने बताया कि बाढ़ से पशुपालकों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए डेयरी और गैर-डेयरी जानवरों की एक श्रेणी बनाई गई है। जिला उपायुक्त अपनी रिपोर्ट तैयार कर भेजेंगे। इसके बाद मुआवजे की रकम घोषित की जाएगी.
उन्होंने कहा कि अब तक राज्य में करीब 1,350 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. घग्गर नदी का जलस्तर ऊंचा रहने से यह संख्या और बढ़ सकती है। फिलहाल सिरसा जिले पर नजर रखी जा रही है. इसके अलावा टूटे बांधों की मरम्मत की जा रही है. अंबाला, करनाल, पानीपत, सोनीपत में बाढ़ का पानी लगभग उतर गया है.
अम्बाला में पीने के पानी की व्यवस्था प्राथमिकता से की जा रही है। उन्होंने कहा कि पानीपत में दो जगह पर यमुना नदी टूट गई थी, इन बांधों की मरम्मत कर दी गई है. करनाल में भी दो जगहों पर यमुना के तटबंध टूटे थे, जिनमें से एक बांध की मरम्मत कर दी गई. फ़रीदाबाद में बाढ़ का पानी कम हो रहा है लेकिन पलवल में धारा अभी भी तेज़ है और यहां नावों की मदद से बाढ़ पीड़ितों की मदद की जा रही है.
जहां बाढ़ के कारण सड़कें कट गई हैं, वहां स्थायी सीवर बनाए जाएंगे
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने उपमुख्यमंत्री को बताया कि बाढ़ के कारण 148 स्थानों पर विभाग की सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इन सड़कों की मरम्मत के लिए लगभग 230 करोड़ रुपये का बजट बनाया गया है और इन सड़कों की शीघ्र मरम्मत के लिए एक समिति भी बनाई गई है। जहां सड़कों पर बाढ़ का पानी भर गया है वहां अभी भी जांच की जरूरत है लेकिन कहीं भी ओवरपास को कोई नुकसान नहीं हुआ है. डिप्टी सीएम ने कहा कि सरकार ने तय किया है कि जहां बाढ़ के कारण सड़कें टूट गयी हैं, वहां स्थायी नाला बनाया जायेगा
Latest News: Haryana News:यमुना की बाढ़ से इन लोगों को हुआ फायदा, हजारों बेशकीमती लकड़ियां करी जमा