Haryana Development : हरियाणा के हाइवे पर होगा बड़ा विकास, अब रास्तो में मिलेंगे हेलीकाप्टर पैड 

भारतमाला प्रोजेक्ट नामक 2017 में केंद्र सरकार ने देश में आर्थिक गलियारों, विदेशी सीमा से सटे इलाकों और दूर दराज के क्षेत्रों में संचार को बेहतर करने के लिए हाईवे के विकास की एक बड़ी योजना शुरू की। आज बहुत से एक्सप्रेसवे योजना के अनुसार बनाए जा रहे हैं।
 

 वर्तमान में देश में 4000 किलोमीटर से अधिक लंबे एक्सप्रेसवे हैं, एक रिपोर्ट बताती है। अब भी दस से अधिक एक्सप्रेसवे परियोजनाओं पर काम चल रहा है।


देश के प्रमुख एक्सप्रेसवे: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, द्वारका एक्सप्रेसवे, मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे, दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे, अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे, नर्मदा एक्सप्रेसवे और रायपुर-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे आदि। आपको बता दें कि यह सभी Expressway निर्माण के अंतिम चरण में है। हाल ही में सरकार ने दिल्ली-एनसीआर एक्सप्रेसवे के किनारे एक हेलिपैड बनाने का फैसला किया है, जो आपातकालीन घायलों को जल्द से जल्द मदद करेगा।

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भारत सरकार ने पहले इस एक्सप्रेसवे पर हेलीपैड बनाने का फैसला किया है: पूर्वी-पश्चिमी परिक्रमा एक्सप्रेसवे के किनारे। बाद में अन्य एक्सप्रेस वे पर भी हेलिपैड बनाने का काम शुरू होगा। इसके लिए हरियाणा सरकार और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने एक बैठक की। इस बैठक में कई मुद्दों पर काम तेज करने पर चर्चा हुई, जिनमें इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन, नई इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़ाने और एक्सप्रेसवे कनेक्टिविटी शामिल हैं।


New Rules के अनुसार, हेलीपैड को एक्सप्रेसवे के किनारे 30 से 50 किलोमीटर की दूरी पर बनाया जाना चाहिए. ऐसा इसलिए किया गया है कि किसी भी बड़ी दुर्घटना के समय हवाई अस्पताल से घायलों को सहायता दी जा सके। साथ ही आसपास के शहरों में भी आपातकालीन मरीजों को जल्द से जल्द एयर एंबुलेंस से स्थानांतरित किया जा सकेगा।