Haryana News: हरियाणा सरकार ने आसान किया लोगों का काम, अब इन कामों के लिए नही लगाने पड़ेगे दफ्तरों के चक्कर

Haryana News: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हमारी सरकार ने घर बैठे योजनाओं का लाभ उठाना आसान बनाकर लोगों को कार्यालयों, आवेदनों और दस्तावेजों से छुटकारा दिलाया है।

 

Haryana News: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हमारी सरकार ने घर बैठे योजनाओं का लाभ उठाना आसान बनाकर लोगों को कार्यालयों, आवेदनों और दस्तावेजों से छुटकारा दिलाया है।

परिवार पहचान पत्र अब सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज है। 2022 में सरकार ने वृद्धावस्था सम्मान भत्ता को परिवार पहचान पत्र से जोड़ा, जिससे यह स्वचालित रूप से लगभग 140,000 बुजुर्गों के लिए शुरू हो गया है।

Latest News: HSSC Group-D: ग्रुप डी अभ्यर्थी हुए परेशान, इतना हुआ एक प्रश्न पर आपत्ति दर्ज करने का शुल्क

हमारी सरकार ने मानद भत्ता को 2,750 रुपये प्रति वर्ष से 3,000 रुपये कर दिया है।

उनका कहना था कि विधवा, दिव्यांग और गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों को भी वृद्धावस्था पेंशन मिलता है।

इनके अलावा, 40 वर्ष की आयु के बाद विधवाओं और 45 से 60 वर्ष की आयु के अविवाहित पुरुषों को सरकार ने मासिक पेंशन देना शुरू कर दिया है।

राज्य में लगभग 30 लाख लोग मासिक पेंशन पाते हैं। जनवरी 2024 से, पेंशन लाभ का एक बड़ा हिस्सा खर्च किया जाएगा।

प्रदेश में 18 लाख 52 हजार 85 बुजुर्गों को वर्तमान में 506 करोड़ 50 लाख रुपये की मासिक सहायता दी जा रही है।

मुख्यमंत्री ने आज ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री विशेष परिचर्चा कार्यक्रम के तहत वृद्धावस्था सम्मान भत्ता के स्वत: लाभुकों से सीधा संवाद किया।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार ने अधिक लोगों को लाभ देने के लिए आय सीमा को 2 लाख रुपये से 3 लाख रुपये प्रति वर्ष कर दिया है।

60 वर्ष की आयु पूरी करने वाले और उनके पति या पत्नी की वार्षिक आय 3 लाख रुपये से अधिक होने पर भी वृद्धावस्था सम्मान भत्ता स्वतः शुरू हो जाएगा। योग्य व्यक्ति की सहमति ही इसके लिए आवश्यक है। 2014 में लाभार्थियों को मासिक रुपये की पेंशन मिली।