Haryana News : बाढ़ से टूटे हुए घरो की मरम्मत के लिए सरकार दे रही है 1 लाख 20 हजार रुपए, ऐसे करे आवेदन
बाढ़ से मरने वालों के परिवारों को चार लाख रुपये मुआवजा मिलेगा।
मरने वालों को मुआवजा देगी सरकारी अधिकारियों को मृतकों के परिवार के सदस्यों के बैंक खाते में मुआवजा राशि भेजने का आदेश दिया गया है, जहां फसलों का सौ प्रतिशत नुकसान बताया जाएगा। वहां किसानों को तुरंत 15 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाएगा। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार केंद्र से बाढ़ से प्रभावित राज्यों के लिए पर्याप्त राहत मांगेगी। इसके लिए प्रस्ताव जल्द ही केंद्र को भेजा जाएगा।
सोमवार को राजस्व, आपदा और लोक निर्माण विभाग के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बैठक ली और बाढ़ से हुए नुकसान और लोगों की मदद करने पर चर्चा की। उनका कहना था कि बाढ़ से पशुपालकों को हुआ नुकसान भरने के लिए दुधारू और बिना दुधारू पशुओं को दो श्रेणियों में विभाजित किया गया है। इस रिपोर्ट को जिला उपायुक्त बनाकर भेजेंगे।
सिरसा जिला मॉनिटर किया जा रहा है, उन्होंने कहा। टूटे बांधों को फिर से बनाया जा रहा है। बाढ़ का पानी अंबाला, करनाल, पानीपत और सोनीपत में लगभग उत्तर चुका है। अंबाला में पीने के पानी की सुविधा पहले स्थान पर है। उनका कहना था कि इन बांधों ने पानीपत में यमुना नदी को दो जगह से तोड़ दिया है। करनाल में भी यमुना के तटबंध दो बार टूट गए थे; एक बांध को ठीक किया गया है। फरीदाबाद में बाढ़ का पानी वापस आ रहा है, लेकिन पलवल में अभी भी तेज बहाव हो रहा है, जहां नावों की सहायता से लोगों को बचाया जा रहा है।
सीएम जल्द ही मुआवजे की घोषणा कर सकते हैं चंडीगढ़ मुख्यमंत्री जल्द ही हरियाणा में बाढ़ से प्रभावित लोगों को राहत देने की घोषणा कर सकते हैं। जिलास्तर पर इसके लिए बजट जारी किया जा सकता है। सरकार ने सभी डीसी को आदेश जारी किया है कि वे क्षति की रिपोर्ट बनाएं। बाढ़ ने सात जिलों में भारी नुकसान किया है।
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जिन स्थानों पर बाढ़ से सड़कें कट गई हैं, वहां पुलिया बनाई जाएगी
उपमुख्यमंत्री को लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से पता चला कि बाढ़ ने 148 स्थानों पर विभाग की सड़कों को नुकसान पहुंचा है। इन सड़कों को दुरुस्त करने के लिए करीब 230 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है और बाढ़ का पानी सड़कों पर जमा होने पर तेजी से मरम्मत करने के लिए एक कमेटी भी गठित की गई है।
उनकी समीक्षा अभी बाकी है, लेकिन इसमें कोई कमी नहीं है। बाड़ों के कारण सड़कों में कटाव होने वाले स्थानों पर स्थायी पुल बनाए जाएंगे।