Haryana Lok Sabha Elections: हरियाणा के इस गांव में लोकसभा चुनाव में केवल 2 लोगों ने डाला वोट, जानें वजह

Haryana Lok Sabha Elections: पूरे गांव ने पंचायत के फैसले को माना, और 25 मई को हुए लोकसभा चुनाव में केवल दो लोगों ने मतदान किया। 

 

Haryana Update: आपकी जानकारी के लिए बता दें, की हरियाणा में 25 मई को हुए लोकसभा चुनावों में बढ़-चढ़कर मतदान हुआ, लेकिन यमुनानगर जिले के गांव टापू माजरी में एक अलग घटना हुई। इस गांव में 550 लोगों में से केवल 2 ने मतदान किया।

टापू माजरी गांव ने लोकसभा चुनाव को छोड़ दिया क्योंकि स्थानीय लोग पिछले कई वर्षों से यमुना नदी पर एक पुल बनाने की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों ने इस बार लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया क्योंकि वे इस मांग को नहीं सुनते थे। गांव की पंचायत ने सर्वसम्मति से फैसला किया कि चुनाव बहिष्कार किया जाएगा अगर सरकार पुल निर्माण में कोई कदम नहीं उठाएगी।

पुल निर्माण की मांग: गांव के लोगों का कहना है कि पुल नहीं होने से वे बहुत परेशान हैं। (Haryana Lok Sabha Elections) यमुना नदी पर पुल नहीं होने के कारण उन्हें लंबी दूरी तय करनी पड़ती है, जो बारिश के मौसम में और भी मुश्किल बना देती है। पुल बनाने की मांग वर्षों से है, लेकिन प्रशासन ने इसे नहीं समझा।

गांव के लोगों का आरोप है कि प्रशासन लगातार उनकी मांगों को अनदेखा कर रहा है। पुल नहीं होने से गांव के लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है, उन्होंने कहा। प्रशासन ने लंबे समय से इस मांग पर ध्यान नहीं दिया। गांव के लोगों ने कई बार इस बारे में जिला प्रशासन को बताया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

पंचायत का निर्णय: ग्रामीणों ने हाल ही में एक पंचायत बुलाई और सरकार को चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों को नहीं पूरा किया गया तो वे लोकसभा चुनाव बहिष्कार करेंगे। (Haryana Lok Sabha Elections) पूरे गांव ने पंचायत के फैसले को माना, और 25 मई को हुए लोकसभा चुनाव में केवल दो लोगों ने मतदान किया। गांव के लोगों ने कहा कि हर चुनाव बहिष्कार किया जाएगा जब तक यमुना पर पुल नहीं बनाया जाएगा।

जिला प्रशासन की कोशिशों के बावजूद, ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे। ग्रामीणों को प्रशासन ने मतदान करने के लिए कहा, लेकिन वे कहते थे कि प्रशासन की आंखें खोलने के लिए उन्हें यह कठोर निर्णय लेना पड़ा।

Haryana Notepa: हरियाणा के इन जिलों में लू का अलर्ट, 48 घंटे तक पड़ेगी भीषण गर्मी

ग्रामीणों की पीड़ा
गांव के लोगों ने कहा कि उन्हें भी मतदान न करने का निर्णय अच्छा नहीं लगा था, लेकिन प्रशासन की अनदेखी के कारण उन्हें ऐसा करना पड़ा। ग्रामीणों का कहना है (Haryana Lok Sabha Elections) कि उन्होंने यह निर्णय लेना मुश्किल था, लेकिन उनकी समस्याओं का हल नहीं होने पर उन्होंने यह कदम उठाया।