Haryana Update: हरियाणा के CM खट्टर ने किया ऐलान, गीता की जन्मस्थली ज्योतिसर कुरुक्षेत्र में नहीं बिकेगी शराब

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि उनकी सरकार राज्य के हर कोने में बुनियादी विकास कार्य सुनिश्चित करने की ओर सबसे ज्यादा ध्यान दे रही है। उन्होंने जन संवाद कार्यक्रम के दौरान कुरुक्षेत्र जिले में धुराला गांव के निवासियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि यहां शराब नहीं बिकेगी।

 

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कुरुक्षेत्र जिले में गीता की जन्मस्थली ज्योतिसर में शराब नहीं बिकेगी। जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान मंगलवार को महिलाओं की ओर से शराब के अवैध ठेके बंद कराने की मांग पर संज्ञान लेते हुए तत्काल अधिकारियों को अवैध ठेके बंद कराने के निर्देश दिए। 

जनसंवाद के दौरान ज्योतिसर की सरपंच नेहा शर्मा की मांग पर मुख्यमंत्री ने ज्योतिसर में सामुदायिक भवन बनाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरपंचों के माध्यम से विकास की जो मांगें लिखित रूप में मिलेंगी, उन्हें पूरा किया जाएगा। मुख्यमंत्री मंगलवार को कुरुक्षेत्र जिले में अपने दौरे के दूसरे दिन गांव धुराला में जनसंवाद कार्यक्रम में ग्रामीणों से संवाद कर रहे थे।

also read-हरियाणा के किसानों के लिए आई एक Golden Opportunity! नरमा-कपास के बीज तैयार करने की मिलेगी ट्रेनिंग, किसान ऐसे कर सकते हैं आवेदन

मुख्यमंत्री ने कहा कि बीपीएल राशन कार्ड के लिए बिजली के बिल की लिमिट अब होगी 12000 रुपये होगी। वार्षिक रूप से 12000 रुपये तक के बिजली बिल आने वालों के बीपीएल कार्ड बन सकेंगे।

12000 तक बिजली बिल वालों को इसी महीने राशन

12000 तक के बिजली बिल वाले जिन परिवारों का राशनकार्ड कटा है उनको इसी महीने से राशन मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क तंत्र, कॉलेज, विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज और स्वास्थ्य सेवाओं में बढ़ोतरी की जा रही है। आज प्रदेश में राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों को सीधा मिल रहा है। लोगों को इसके लिअ लिए लाइनों में नहीं खड़ा होना पड़ता, सभी प्रकार के लाभ ऑनलाइन मिल रहे हैं।

तालाबों की साफ सफाई सरपंच करवा सकेंगे

also read-हरियाणा के इस शहर में हुआ एक दिल हिला देने वाला हादसा! एक-दो दिन के बच्चे की हुई मौत, क्या हॉस्पिटल बना फिर एक बच्चे की मौत का कारण

जनसंवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने आसपास के गांव के करीब 10 सरपंचों से बातचीत करते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि तालाबों से संबंधित सफाई के कार्य वह स्वयं करवा सकते हैं। इसके लिए उन्हें स्थानीय बीडीपीओ कार्यालय में लिखित रूप में देना होगा।

 तालाब की खुदाई का पैसा उन्हें प्रदान किया जाएगा। उन्होंने सरपंचों से प्राप्त सामुदायिक केंद्र, स्वास्थ्य केंद्र, सड़क और जल निकासी आदि से संबंधित मांगें पूरा करवाने का आश्वासन दिया। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि जब भी गांव में तालाब की खुदाई हो तो उससे निकलने वाली गाद को खेतों में खाद के रूप में इस्तेमाल करें।