Haryana. बिजली संकट के बीच आयी राहत भरी खबर, थर्मल प्लांट्स को लेकर बड़ी खबर
बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने कहा कि कृषि क्षेत्र में बिजली सप्लाई का कट नहीं लगाया जा रहा है बल्कि गेहूं की कटाई को देखते हुए दिन में बिजली आपूर्ति बंद की जाती है ताकि कहीं भी खेती में चिंगारी से आग न लगे.
हरियाणा में गहराए बिजली संकट के बीच राहत की खबर है कि हिसार के खेदड़ और पानीपत प्लांट की यूनिटों की मरम्मत पूरी हो गई है. दोनों यूनिटों ने उत्पादन शुरू कर दिया है. ऐसे में प्रदेश को अब खेदड़ से 600 और पानीपत की यूनिट से 250 यूनिट प्रतिदिन के हिसाब से अतिरिक्त बिजली मिल सकेगी. वहीं, अडानी ग्रुप से बंद चल रही बिजली को सुचारु कराने को लेकर भी बिजली मंत्री समेत आला अधिकारियों ने कंपनी अधिकारियों से बैठक की है. इस दौरान कई मुद्दों पर सहमति बनी है. संभावना जताई जा रही है कि आगामी कुछ दिनों में अडानी से 1421 मेगावाट बिजली सुचारु हो जाएगी.
हरियाणा सरकार का कहना है कि इस बार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में बढ़ते शहरीकरण और दिल्ली से उद्योगों के बाहर शिफ्ट होने के कारण प्रदेश में बिजली की मांग 1000 से 1500 मेगावाट प्रतिदिन तक बढ़ी है. दूसरा, समय से पहले अधिक गर्मी भी इसका कारण है. अचानक से बिजली की 7623 मेगावाट तक की मांग आ रही है, जबकि उत्पादन 6 हजार मेगावाट के आसपास है.
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करीब 1600 मेगावाट के अंतर के चलते पिछले एक सप्ताह से प्रदेशभर में बिजली कट शुरू हो गए थे. शहरों में तीन से चार घंटे तो गांवों में 8-8 घंटे तक के कट लगाए जा रहे हैं. इससे प्रदेश के लोगों में भी गुस्सा बढ़ता जा रहा है. आनन-फानन बिजली विभाग ने खेदड़ और पानीपत की खराब चल रही यूनिट को ठीक करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी. इंजीनियरों की दिन रात की मेहनत के बाद मंगलवार को दोनों यूनिटों में उत्पादन शुरू हो गया है.
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अडानी ग्रुप से जल्द मिल सकती है सप्लाई
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोयले के बढ़े दामों के चलते बंद की गई अडानी ग्रुप से बिजली सप्लाई दोबारा से सुचारु कराने को लेकर मंगलवार को उच्चस्तरीय बैठक हुई है. बैठक में खुद बिजली मंत्री रणजीत चौटाला, एसीएस पीके समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे. कंपनी इस बात पर अड़ी है कि वह पुराने रेट पर ही बिजली देगी लेकिन कोयले के बढ़े रेट लेकर इसमें एडजस्ट किए जाए. प्रदेश सरकार इससे इनकार कर रही है लेकिन अभी प्रदेश सरकार केंद्र सरकार के पुल से 12 रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली खरीद रही है. ऐसे में विवाद को खत्म करने के लिए बीच का रास्ता निकलाने पर सहमति बनी है.
चीन से नहीं पहुंचे हैं नए रोटोर
खेदड़ और यमुनानगर बिजली प्लांट की यूनिटों के रोटोर एक साल से अधिक समय से खराब पड़े हैं. हरियाणा सरकार ने इसके लिए चीन की कंपनी को काफी समय पहल ऑर्डर भी दे दिया है लेकिन कोरोना, चीन और भारत के रिश्तों के बीच चल रही खटास के कारण ये रोटोर आज तक नहीं आ पाए हैं. फिलहाल पुराने रोटोर से ही काम चलाया जा रहा है. ऐसे में गर्मी के पीक सीजन में यह यूनिट कितना साथ दे पाएंगी, ये तो समय ही बताएगा.
कृषि क्षेत्र को दी जा रही सात घंटे बिजली
बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने कहा कि कृषि क्षेत्र में बिजली सप्लाई का कट नहीं लगाया जा रहा है. बल्कि गेहूं की कटाई को देखते हुए दिन में बिजली आपूर्ति बंद की जाती है ताकि कहीं भी खेती में चिंगारी से आग न लगे. रात के समय खेतों को 7 घंटे तक बिजली दी जा रही है. गौर हो कि प्रदेश में पानीपत में 250-250 मेगावाट की तीन इकाइयां, खेदड़ में 600-600 मेगावाट की दो इकाइयां और यमुनानगर में 300-300 मेगावाट की दो इकाइयां संचालित हैं.
खेदड़ और पानीपत की यूनिटें चालू हो गई हैं. जल्द ही अडानी ग्रुप से भी बिजली मिलनी शुरू हो जाएगी. गर्मी के सीजन में उपभोक्ताओं को किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी. प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में कोयले का भंडार है और कोयले की कमी के चलते किसी भी थर्मल प्लांट में उत्पादन बाधित नहीं होगा. - रणजीत चौटाला, बिजली मंत्री.