अब JJP को तोड़ने के लिए ताऊ खट्टर ने संभाली कमान, हरियाणा की राजनीति मे बड़ी हलचल

हरियाणा की राजनीति मे हलचल बढ़ गयी है। बीजेपी के 3 विधायकों ने नायाब सिंह सैनी सरकार से समर्थन वापिस ले लिया है। ऐसे मे अब हरियाणा सरकार अल्पमत मे दिखाई दे रही है। लेकिन इन सब के बीच हरियाणा के पूर्व सीएम ताऊ मनोहर लाल खट्टर ने भी अपनी राजनीतिक नॉलेज से विपक्ष को साधने का प्लान बना लिया है। आइए जानते हैं पूरी खबर...
 

Haryana Update: हरियाणा की भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेने वाले तीन विधायकों के दावे पर अभी पेंच फंसा हुआ है। हरियाणा विधानसभा को आज दूसरे दिन भी कोई जानकारी नहीं मिली है। इससे तीनों निर्दलीय विधायक बीजेपी के साथ हैं, विधानसभा स्पीकर की राय से। साथ ही, कांग्रेस नेता हुड्डा ने जजपा और सीएम नायब सैनी को घेर लिया है।

अब जेजेपी के 3 विधायकों से ताऊ खट्टर की मुलाकात

इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि राष्ट्रपति शासन लागू होने के बाद हरियाणा में चुनाव करवाए जाएंगे। पानीपत में गुरुवार को जजपा के तीन विधायकों ने पूर्व सीएम मनोहर लाल से मुलाकात की है।

तीन विधायकों ने सीएम सैनी सरकार (Nayab Saini Government) से समर्थन वापस लेने का दावा किया है, लेकिन उनका दावा विवादित है। आज भी हरियाणा विधानसभा को इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। विधानसभा स्पीकर के अनुसार, तीनों निर्दलीय विधायक भाजपा के पक्ष में हैं।

विधानसभा स्पीकर ने सरकार के फ्लोर टेस्ट को लेकर सभी निर्णय राज्यपाल को सौंप दिए हैं। रोहतक में मंगलवार को निर्दलीय विधायक रणधीर गोलन, सोमबीर सांगवान और धर्मपाल गोंदर ने भाजपा का समर्थन वापस लेकर हरियाणा कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया।

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हरियाणा में बीजेपी सरकार के अल्पमत का मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है। भाजपा सरकार को पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चुनौती दी है। उनका कहना था कि अगर हरियाणा बीजेपी बहुमत में है तो विधायकों को राज्यपाल के सामने परेड करना चाहिए। बीजेपी का बहुमत विधानसभा में साबित करें।

Haryana Political Crisis: भूपिंदर हुड्डा का बड़ा ब्यान

हुड्डा ने JJP पर पलटवार करते हुए कहा कि हमारे 30 विधायक एकजुट हैं। जजपा के दस विधायक एक साथ हैं या नहीं, वे नहीं बता सकते। राज्यपाल के सामने 10 विधायकों की परेड कारवाई जानी चाहिए। बीजेपी सरकार नैतिक रूप से सरकार छोड़ दें।

जेजेपी को साधने की तैयारी मे मनोहर लाल खट्टर

जोगीराम सिहाग और देवेन्द्र बबली ने मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात करते हुए कहा कि राज्यपाल को पत्र भेजने से पहले हमसे कोई बातचीत नहीं हुई थी। अब जजपा के कुछ विधायक अलग-अलग बैठक कर सकते हैं। भाजपा ने जजपा को राजनीतिक संकट में डाल दिया है।