हरियाणा के इस जिले को पेयजल के लिए मिला करोड़ों रुपये का बजट, जानिए पूरी खबर

Gurugram News: धनवापुर और बहरामपुर में 100 से 100 एमएलडी सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की योजना है। इस पर लगभग 400 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

 

Haryana Update: आपको बता दें, की गुरुग्राम, हरियाणा की साइबर सिटी, को अच्छी खबर मिली है। गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीएमडीए) ने पानी, सीवर और बारिश के पानी की निकासी के लिए 700 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तुत किया है।

इसके अलावा, रखरखाव के लिए प्रति वर्ष लगभग 300 करोड़ रुपये का बजट भी बनाया गया है। बजट के लगभग एक हजार करोड़ रुपये की मंजूरी के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी को भेजा गया है।

योजना को अगले वित्तीय वर्ष में आचार संहिता हटने के बाद सीएम नायब सैनी की अध्यक्षता में होने वाली जीएमडीए बैठक में प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाएगा।

चंदू बुढ़ेरा गांव में 100 मिलियन लीटर प्रतिदिन (MLD) क्षमता का एक अतिरिक्त जल शोधन संयंत्र बनाने की प्राधिकरण की योजना है। वर्तमान में जीएमडीए के पास 570 MLd क्षमता का जल उपचार संयंत्र है, जबकि गर्मी के मौसम में 675 MLd का पानी चाहिए।

इस महीने ग्राम चंदू बुढेरा में लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत से जल शोधन संयंत्र का काम शुरू हुआ है। वृद्धि हुई आबादी को देखते हुए, जीएमडीए की इंफ्रा शाखा ने बजट में अगले वित्तीय वर्ष में एक और शाखा बनाने का प्रस्ताव रखा है।

यमुना को प्रदूषित करने से बचाने पर वित्तीय वर्ष का बजट केंद्रित है। धनवापुर और बहरामपुर में 100 से 100 एमएलडी सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की योजना है। इस पर लगभग 400 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

कई क्षेत्रों में सीवर लाइनें बनाई जाएंगी।
गुरुग्राम-मानेसर विकास योजना के तहत सेक्टर 1 से 115 तक का विकास अभी तक पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में सीवर लाइन बिछाने के लिए सेक्टर 68 से 75 तक लगभग 28.5 करोड़ रुपये और सेक्टर 109 से 115 तक लगभग 55 करोड़ रुपये की लागत होगी।

द्वारका एक्सप्रेस-वे से नौरंगपुर तक दिल्ली-जयपुर हाईवे पर बरसाती पानी की निकासी के लिए भी नाले बनाए जाएंगे। वहीं, बजघेड़ा और मानेसर में भी सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनाए जा रहे हैं।