Weather Update: ड्रोन फुटेज से दिखी तबाही, चारो तरफ पानी ही पानी, पानी से टूटे बहुत से घर और वहीं नेशनल हाइवे भी पानी में बहा
Manali Condition after Heavy Rain: आपको बता दे कि सरकारी द्वारा मिली खबरो के अनुसार लगभग यहा 79 मकान पूरी तरह से पानी में बह गए है, लेकिन वही दुसरी तरफ लगभग 333 मकान इसके कारण टुटे हैं.
Haryana Update: यदि आप कुल्लू और मनाली जाने की सोच रहे है तो आपको बता दे कि वहा लगभग 2,500 से भी ज्यादा ट्रांसफार्मर बंद कर दिए गए है जिसके कारण वहा के बहुत से इलाकों में बिजली है नहीं है.
वही आपको बता दे कि शिमला के साथ-साथ बहुत से इलाकों में पीने के पानी की सपलाई में भी फर्क पड़ा है.
टूटा हुआ नेशनल हाइवे, बर्बाद हुए घर और बेहद शांत नदी – ऐसा था बुधवार की सुबह मनाली की तलहटी का नजारा. ड्रोन फुटेज में बाढ़ से हुई भयानक तबाही का मंजर दिखाई दिया. बाढ़ में प्रदेश के कई पुल और कारें बह गईं.
इस त्रासदी की वजह से कई लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है. हालांकि, वीडियो से ऐसा लग रहा है कि प्रकृति का गुस्सा शांत हो गया है, बादल छंट गए हैं और साफ नीला आकाश नजर आ रहा है.
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और जगह जगह हुए भूस्खलन के बाद अधिकारियों ने मंगलवार को राज्य में हुई तबाही का जायजा लेना शुरू कर दिया है. राज्य में बारिश के कारण हुई दुर्घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 31 हो गई है.
भूस्खलन और बाढ़ के कारण लगभग 1,300 सड़कें अवरुद्ध हो गईं जबकि 40 बड़े पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के अनुसार अकेले कुल्लू के सैंज क्षेत्र में लगभग 40 दुकानें और 30 मकान बह गए. सुक्खू ने आज कसोल, मणिकरण, खीर गंगा और पुलगा क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया.
राज्य की कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सतवंत अटवाल ने बताया कि पिछले तीन दिनों में हुई भारी बारिश के कारण 31 लोगों की मौत हो गई है. उन्होंने कहा कि लाहौल और स्पीति जिले के चंद्रताल में 250, जबकि सिस्सू में 300 और मंडी जिले के कुछ हिस्सों में 300 पर्यटक फंसे हुए हैं.
लाहौल और स्पीति जिले में चंद्रताल झील क्षेत्र में फंसे पर्यटकों को निकालने के लिए भेजे गए भारतीय वायु सेना के एक हेलीकॉप्टर को खराब मौसम के कारण वापस लौटना पड़ा.
हालांकि, मंगलवार को थोड़ी बारिश हुई, जिससे अधिकारियों को क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे की बहाली में तेजी लाने में मदद मिली. अधिकारियों के मुताबिक, लाहौल के चंद्रताल और पागल नाला तथा मंडी के विभिन्न हिस्सों में अब भी करीब 800 लोग फंसे हुए हैं.
राज्य आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र के अनुसार, 24 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से हिमाचल को 1,050 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और 80 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 10 लोग लापता हैं.
राज्य आपात अभियान केंद्र के अनुसार पिछले तीन दिन से भारी बारिश के कारण शिमला-कालका और मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 1,299 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य में 79 मकान पूरी तरह से जबकि 333 मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं.
कुल्लू और मनाली में 2,577 ट्रांसफार्मर बंद होने के कारण कई इलाकों में बिजली गुल है, जबकि शिमला समेत कई इलाकों में जलापूर्ति भी बाधित है. राज्य की राजधानी शिमला सहित कई इलाकों में पेयजल आपूर्ति भी प्रभावित हुई.
भूस्खलन के कारण सड़कें अवरुद्ध होने से मनाली शहर और उसके आसपास के इलाकों का संपर्क राज्य के बाकी हिस्सों से टूट गया है. मोबाइल कनेक्टिविटी पर भी असर पड़ा है.