UP Ethenol Production: अब इथेनॉल प्रोडक्शन में सबसे आगे रहेगा ये राज्य, ऐसे खुलेगा गन्ना किसानो का भाग्य

UP Ethenol Production: उत्तर प्रदेश, देश का सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक राज्य, आज 2 अरब लीटर से अधिक इथेनॉल उत्पादन करता है। यह दिलचस्प है कि पांच साल पहले उत्तर प्रदेश हर साल 240 मिलियन लीटर इथेनॉल बनाता था।
 

UP Ethenol Production: उत्तर प्रदेश, देश का सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक राज्य, आज 2 अरब लीटर से अधिक इथेनॉल उत्पादन करता है। यह दिलचस्प है कि पांच साल पहले उत्तर प्रदेश हर साल 240 मिलियन लीटर इथेनॉल बनाता था। चीनी मिलों ने उत्तर प्रदेश में पिछले पांच वर्षों में अपना इथेनॉल उत्पादन आठ गुना बढ़ा दिया है। यह घोषणा उत्तर प्रदेश सरकार के गन्ना विकास और चीनी मंत्री लक्ष्मी नारायण नारायण चौधरी ने की। चौधरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश में इथेनॉल का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य बन सकता है।

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उत्तर प्रदेश के गन्ना विकास मंत्री ने कहा कि राज्य का इथेनॉल उत्पादन उद्योग 12,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। उत्तर प्रदेश की इथेनॉल उत्पादन क्षमता पिछले कुछ वर्षों में 2.25 अरब लीटर प्रति वर्ष तक पहुंच गई है।

इस क्षेत्र में संयंत्र और मशीनरी में निवेश करने में राज्य सरकार ने उद्योग को काफी सहायता दी है। चीनी राज्य उद्योग ने भी प्रौद्योगिकी के मामले में महत्वपूर्ण प्रगति की है।

सरकारी मदद से पिछले छह वर्षों में गन्ने का क्षेत्रफल काफी बढ़ा है। गन्ना क्षेत्र की मदद से उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को निकट भविष्य में एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की उम्मीद है।

राज्य सरकार ने गन्ना क्षेत्र को राज्य की अर्थव्यवस्था में सुधार का सबसे बड़ा कारक बताया है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश के चीनी उद्योग में 45 लाख से अधिक लोग काम करते हैं, जिसमें चीनी इथेनॉल, गुड़, बिजली उत्पादन और खांडसारी शामिल हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार का अनुमान है कि वर्तमान में राज्य में चीनी उद्योग 50,000 करोड़ रुपये का है। किसानों की आय बढ़ाने में मदद करने के लिए राज्य सरकार इथेनॉल की मूल्य श्रृंखला को और अधिक लोकप्रिय बनाने की कोशिश कर रही है।

उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों ने कहा कि राज्य की चीनी मिलों को प्रगतिशील नीतिगत बुनियादी ढांचे की मदद से पुनर्जीवित किया जा रहा है। सितंबर 2022 में यूपी जैव ऊर्जा नीति पेश की जाएगी, जो चीनी मिलों और गन्ना किसानों को सहायता देगी।

सरकार बायोगैस, डीजल और बायोकोल उत्पादन संयंत्रों को चालू करने की योजना बना रही है, जिससे किसानों को अधिक पैसा मिलेगा।