UP News: सीएम योगी ने दिए सख्त आदेश, इन जिलों के अफसरों को देना होगा हर बात का ब्योरा

UP News:शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संचारी रोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्हें राज्य के सभी अधिकारियों को इस बड़े प्रयास में भाग लेने के लिए तैयार रहने के सख्त निर्देश दिए हैं।
 


UP News:  शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संचारी रोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्हें राज्य के सभी अधिकारियों को इस बड़े प्रयास में भाग लेने के लिए तैयार रहने के सख्त निर्देश दिए हैं। साथ ही, बेहतर साफ-सफाई और संचारी रोगों से पीड़ित लोगों के इलाज की व्यवस्था करने का आदेश दिया गया है।

नोडल अधिकारियों की नियुक्ति

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि हर अस्पताल में एक नोडल अधिकारी होगा। प्रतिदिन शाम को इन नोडल अधिकारियों को संचारी रोग के मामलों की निगरानी और रिपोर्ट करनी होगी। प्रत्येक जिले में जिलाधिकारी भी नोडल अधिकारी नियुक्त करेंगे।

 

स्वच्छता में भारी वृद्धि

योगी आदित्यनाथ ने स्वच्छता भारत के तहत बेहतर स्वच्छता को बढ़ावा देने का बीड़ा उठाया है। उनका कहना है कि संचारी रोगों को फैलने से रोकने के लिए अच्छी साफ-सफाई और स्वच्छता का ज्ञान देना चाहिए। मलेरिया और डेंगू जैसी संक्रामक बीमारियों से पीड़ित लोगों का भी अच्छा इलाज होगा। मुख्य लक्ष्य संचारी रोगों को फैलने से रोकना है, इसलिए अक्टूबर से विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान शुरू होगा।

समय पर देखभाल

मुख्यमंत्री ने कहा कि मेडिकल कॉलेजों से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक बेहतर मॉनिटरिंग होगी। ताकि संचारी रोगों के मामलों को समय पर पता लगाया जा सके, नोडल अधिकारियों को राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष को हर दिन नए संचारी रोगों की सूचना देनी होगी।

संक्रामक रोगों की वृद्धि

हाल ही में गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, लखनऊ, कानपुर, मेरठ, मुरादाबाद और बुलंदशहर में डेंगू का प्रकोप देखा गया है। जबकि बरेली,सीतापुर,शाहजहांपुर,हरदोई,बदायूं,पीलीभीत और संभल में मलेरिया का प्रकोप है। प्रयागराज, कानपुर, बाराबंकी, कुशीनगर, संत कबीर नगर, सहारनपुर और बस्ती चिकनगुनिया से ग्रस्त हैं। इन जिलों में विशेष सतर्कता बढ़ाकर निगरानी केंद्र बनाए जाएंगे।

सफलता का मार्ग

योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 1 जनवरी से 7 सितंबर तक जापानी इंसेफेलाइटिस, चिकनगुनिया और मलेरिया से कोई मौत नहीं हुई है। इससे पता चलता है कि योगी सरकार ने संक्रामक रोगों के खिलाफ जीत हासिल की है और अब इसे सुनिश्चित करने के लिए और भी मजबूत कदम उठाए हैं।

निजी अस्पतालों की मदद

निजी अस्पतालों को भी अपना काम करना होगा और संचारी रोगों से पीड़ित लोगों की रिपोर्ट करनी होगी। इससे संचारी बीमारी की व्यापकता का सटीक अनुमान लगाया जा सकेगा।

स्वच्छ और स्वस्थ स्थान

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर संचारी रोग से प्रभावित मरीजों की संख्या अधिक है तो वहां तुरंत हॉटस्पॉट बनाए जाएंगे। नगर आयुक्त और पुलिस अधीक्षक खुद इसकी निगरानी करेंगे और सफाई व्यवस्था की निगरानी करेंगे। रोजाना सुबह साफ-सफाई और शाम को फागिंग करके स्वस्थ और स्वच्छ वातावरण बनाए रखेंगे।

साथ-साथ आगे बढ़ें

इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य और चिकित्सा विभाग, चिकित्सा शिक्षा, पशुपालन, राजस्व, प्राथमिक और उच्च शिक्षा विभाग ने मिलकर काम किया है। स्कूलों में विद्यार्थियों को स्वच्छता का महत्व और संचारी रोगों से बचाव के उपायों की जानकारी दी जाएगी। मरीजों को एंबुलेंस समय पर मिलने के लिए पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी।