बुजुर्ग ही नहीं युवाओं के लिए भी उदाहरण बने जगत सिंह, 69 की उम्र में जीत रहे मेडल पर मेडल, जानिए सफलता की कहानी

Rohtak Desk. प्रतिभा दिखाने में उम्र कभी बाधा नहीं बनती है। इसकी बानगी राेहतक के 69 वर्षीय रिटायर्ड इंस्पेक्टर जगत सिंह पेश कर रहे हैं। वे ऐसा मास्टर एथलीट हैं जो बुजुर्ग ही नहीं बल्कि युवाओं के लिए भी मिसाल पेश कर रहे हैं।
 

Haryana Update. रोहतक की हनुमान कालोनी में रहने वाले 69 वर्षीय जगत सिंह में गजब की प्रतिभा है। प्रदेश ही नहीं बल्कि नेशनल व इंटरनेशनल स्तर पर भी मास्टर एथलेटिक्स मुकाबलों में उन्होंने प्रदेश का नाम रोशन किया है।

 

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उनकी प्रतिभा का कोई मुकाबला नहीं है। मूल रूप से रोहतक के गांव मोखरा के रहने वाले जगत सिंह वर्ष 2011 में हरियाणा पुलिस के इंस्पेक्टर पद से सेवानिवृत हुए थे। सेवानिवृति के बाद उन्होंने फिटनेस पर और अधिक ध्यान दिया और खेल मैदान की ओर रुख किया।

 

सेवानिवृति के बाद से ही मास्टर एथलीट जगत सिंह अब तक लगभग 400 मेडल जीत चुके हैं। उनका कहना है कि वे सेवानिवृति के बाद से ही दौड़ लगाने की प्रैक्टिस करते हैं। जगत का कहना है कि वे सामान्य डाइट ही लेते हैं। वे युवाओं को भी खेल मैदानों पर जाकर कसरत करने के लिए प्रेरित करते हैं।


12 साल से नहीं हुए हैं बीमार :

देश प्रदेश के लिए ढेरों मेडल जीतने वाले जगत सिंह का दावा है कि सेवानिवृति के बाद उन्होंने खेल मैदानों पर प्रैक्टिस करना शुरू किया। जिसका परिणाम यह हुआ है कि वे पिछले 12 साल से कभी बीमार नहीं हुए हैं। हालांकि एक हादसे में उनके हाथ पर चोट लग गई थी। लेकिन अब वह चोट भी ठीक हो चुकी है।

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नेशनल चैंपियनशिप में जीते पांच मेडल


जगत सिंह ने हाल ही में 27 अप्रैल से एक मई तक तमिलनाडू में हुई मास्टर एथलेटिक्स नेशनल चैंपियनशिप में एक या दो नहीं बल्कि पांच मेडल जीत कर प्रदेश का नाम रोशन किया है। जिसमें उन्होंने तीन स्वर्ण, एक रजत व एक कांस्य पदक अपने नाम किया है। जगत ने 300 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण, 400 मीटर रिले दौड़ में स्वर्ण, 1600 मीटर रिले दौड़ में स्वर्ण, 400 मीटर दौड़ में रजत व 100 मीटर बाधा दौड़ में कांस्य पदक जीता है।