Love Story: Judge के सामने बोली Shabnam, सम्मान के लिए छाेड़ा इस्लाम अब हुआ ये...
Love Story : शबनम का कहना है कि उसने सम्मान के लिए इस्लाम छोड़ दिया। और शिवानी बन गई। शबनम ने कहा कि वह बालिग है, अपने फैसले खुद ले सकती हैं।
उसने कहा कि आकाश के साथ जिंदगी भर खुश रहूंगी। हिंदू महिलाओं काे सम्मान मिलता है, इसलिए मैं भी इस्लाम (Islam) छोड़कर हिंदू बन गईं हूं। मेरा नाम अब शबनम नहीं, शिवानी है।
कोर्ट (Court) ने उसका बयान सुनकर उसे आकाश के साथ जाने की अनुमति दे दी।
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अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि आखिर ये शबनम हैं कौन? दरअसल शबनम बरेली मंडल के शाहजहांपुर के एक गांव की रहने वाली हैं। जिसका निकाह फरीदपुर में रहने वाले एक मुस्लिम युवक के साथ हुआ था। शबनम के मुताबिक उस युवक का दूसरा निकाह था।
उसकी पहली बीवी की मौत हो चुकी थी।जिसके तीन बच्चे थे। जिनका वह लालन पालन भी करती थी। निकाह के बाद जब शबनम ससुराल गई तो उसने खुद को अपने ही अधिकारों से दूर पाया। बंदिशें थीं, छोटी-छोटी बातों पर बड़ी प्रताड़ना थी।पति आए दिन पीटता, अपमानित करता।
वह अंदर ही अंदर घुटती रहीं।इसी बीच वह एक हिंदू युवक से अपना दर्द भी साझा करती थीं। शबनम के मुताबिक उसका शौहर आए दिन उसे प्रताड़ित करता था। वह घरेलू विवाद निपटाने के बजाय अन्य लोगों के सामने अपमानित करता। उससे परेशान होकर छुटकारा पाना चाहती थी।
करीब छह महीने पहले इंटरनेट मीडिया के सहारे उसका शाहजहांपुर के आकाश से संपर्क हुआ। उससे फोन पर बात होने लगी।वह हर बात का ध्यान रखता, कोई भी परेशानी होने पर उसका समाधान निकालने का प्रयास करता। यहीं बात शबनम को भा गई।
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बातचीत बढ़ती गई और प्रेम संबंध हो गए। करीब 10 दिन पहले आकाश को फरीदपुर बुलाया और उसके साथ चली गईं।जिसके बाद शबनम के शौहर ने उसके अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने आकाश और शबनम को खोज लिया।शबनम ने पुलिस से कहा कि वह बालिग हैं।
उसने अपनी मर्जी से युवक से शादी की है। इसके साथ ही उसने फोटो आदि दिखाए। जिस पर पुलिस ने उसे कोर्ट के सामने पेश किया। कोर्ट के सामने पहुंची शबनम ने कह दिया- हिंदू महिलाओं को सम्मान मिलता है। वही अधिकार और सम्मान मुझे भी चाहिए, इसलिए हिंदू बनकर प्रेमी से शादी कर ली है। अब मैं शबनम नहीं, शिवानी हूं। वह अपने प्रेमी के साथ चली गई।