Tata Nexon EV: Jairam Ramesh खरीदी tata Nexon, Nitin Gadkari को दिया इसका क्रेडिट-know why

Jairam Ramesh buys Tata Nexon EV : भारत में ऐसा कम ही होता है कि किसी खास मुद्दे पर विपक्षी नेता आपस में तालमेल बिठा लें और एक नेता से प्रेरणा भी लें। हाल में ऐसे ही एक मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने बजट सेशन, 2022 के दौरान केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Union Transport Minister Nitin Gadkari) के साथ सवाल-जवाब के बाद टाटा नेक्सॉन ईवी (Tata Nexon EV) खरीदने की पुष्टि की है।
 

Haryana Update: रमेश को यह भरोसा कांग्रेस के महासचिव और प्रभारी (संचार) ने 6 अगस्त को ट्विटर के जरिये कहा, "22 मार्च को @nitin_gadkari के साथ सवाल-जवाब के बाद, मुझे एक Tata Nexon EV मिल गई है। मुझे पूरा विश्वास है कि भारत में 2035 तक सभी प्रकार के पेट्रोल और डीजल वाहनों का निर्माण बंद हो जाना चाहिए और साथ ही ईवी की कॉस्ट में खासी कमी आनी चाहिए।

" दिल्ली सरकार ने Automated Driving Test Track में बदलाव के दिए आदेश, जानिए क्या होंगे नए नियम 22 मार्च को रमेश ने राज्यसभा में बजट सेशन के दौरान नितिन गडकरी के सामने पेट्रोल और डीजल वाहनों को बाहर करने और कीमतें घटाकर इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (electric vehicles) को प्रोत्साहन दिए जाने पर चिंता जाहिर की थी। रमेश ने शेयर किया वीडियो रमेश द्वारा शेयर इस वीडियो में सुना जा सकता है, कांग्रेस सांसद ने पूछा था कि क्या सरकार के पास पेट्रोल और डीजल वाहनों को चरणबद्ध तरीके से हटाने का कोई रोडमैप या योजना है। उन्होंने आगे कहा कि जब तक इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए कोई 'विशेष रोडमैप' नहीं होगा, तब तक वाहन निर्माताओं को पेट्रोल और डीजल वाहनों का उत्पादन खत्म करने के लिए कोई प्रोत्साहन नहीं मिलेगा।

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खत्म होगी महंगे पेट्रोल की टेंशन,Nitin Gadkari ने बताया, सिर्फ 1 लीटर हाइड्रोजन से 450 किलोमीटर चलेंगी गाड़ियां गडकरी ने दिया था यह जवाब इस पर गडकरी ने कहा कि भारत में बड़ी संख्या में पेट्रोल डीजल वाहनों की भारी संख्या को देखते हुए सरकार ने scrapping policy launched की है। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि एक पुराने वाहन से होने वाला पॉल्यूशन चार नए वाहनों से होने वाले पॉल्यूशन के बराबर होता है। Union Minister Congress MP के सवाल का जवाब देते हुए कहा, 'पेट्रोल और डीजल वाहनों को चरणबद्ध तरीके से बंद करने के लिए 2035 या 2040 की समय सीमा के साथ किसी निश्चित कार्यक्रम की मांग नहीं करनी चाहिए।'

नितिन गडकरी ने कहा कि वर्तमान में यदि एक कार की कीमत लगभग 15 लाख रुपये है, तो पेट्रोल पर खर्च लगभग 15,000 रुपये होगा, जबकि ईवी में यह लगभग 2,000 रुपये होगा। इससे ना तो प्रदूषण होगा और ना कोई आवाज होगी। चूंकि उपभोक्ता एक आरामदायक और आर्थिक रूप से व्यवहारिक विकल्प चाहता है और यही सुविधा उसे इलेक्ट्रिक व्हीकल प्रदान करता है।

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