Chanakya Niti : ये लड़कियां देती है शादी के बाद स्वर्ग का नजारा

दशकों पहले आचार्य चाणक्य ने बताई गई नीतियां आज भी शासन और जीवन में बहुत फायदेमंद हैं। आचार्य चाणक्य ने मानव जीवन से जुड़े कई मुद्दों पर खुलकर अपने विचार व्यक्त किए। अपने नीति शास्त्र में, आचार्य चाणक्य ने जीवनसाथी चुनने के बारे में बहुत कुछ कहा है।
 

शादी दो परिवारों के बीच होती है, न कि एक लड़का और एक लड़की के बीच, कहते हैं आचार्य चाणक्य।

पति-पत्नी का संबंध बहुत महत्वपूर्ण है। शास्त्र कहते हैं कि यह रिश्ते पहले से हैं। कई स्त्रियां अपने पति की किस्मत को जगा देती हैं। उनके भाग्य में विवाह से पहले ऐसा बदलाव देखने को मिलता है।

तभी यह पत्नियां अपने पति के लिए लकी साबित हुई हैं। आचार्य चाणक्य (Chanakya Niti) भी कहते हैं कि पत्नियों का कुछ विशिष्ट गुण पति को भाग्यशाली बनाने में मदद करता है। आइए जानें उन विशिष्ट गुणों का नाम।

वरयेत् कुलजां प्राज्ञो विरूपामपि कन्यकाम्॥ 
विवाह न नीचस्य रूपशीलां: सदृशे कुले।
चाणक्य नीति (Chanakya Niti) के इस श्लोक में कहा गया है कि विवाह से पहले व्यक्ति को अपने गुणों की जगह अपने शरीर को देखना चाहिए।
चाणक्य सिद्धांत के अनुसार, पुरुषों को सुंदर स्त्री के पीछे भागना नहीं चाहिए। आचार्य चाणक्य कहते हैं कि गुणवान पत्नी परिवार को विपत्ति में भी संभाले रखती है।
आचार्य चाणक्य ने कहा कि एक स्त्री के मन में बाहरी सुंदरता से अधिक सुंदरता होनी चाहिए। उसमें धैर्य भी होना चाहिए।

Chanakya Niti : ऐसी महिलाएं किसी से भी कर लेती है वो वाला काम, वजह जानकार हो जाओगे हैरान

चाणक्य नीति (Chanakya Niti) कहता है कि धर्म-कर्म में विश्वास रखने वाले लोगों को नियंत्रण में रखा गया है। इसलिए विवाह से पहले उन्हें अपनी धार्मिक आस्था का पता लगाना चाहिए।
आचार्य चाणक्य का गुस्सा सबसे बड़ा दुश्मन है। चाणक्य कहता है कि गुस्से में रहने वाली स्त्री परिवार को सुखी नहीं रख सकती।
आचार्य की नीति है कि ऐसी स्त्री से कभी शादी नहीं करनी चाहिए जो अपनी इच्छा से विवाह नहीं कर रही है क्योंकि ऐसी स्त्री आपको कभी खुश नहीं रख सकती और सम्मान नहीं दे सकती।

आचार्य चाणक्य ने कहा कि पत्नियों का पारिवारिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान होता है। क्योंकि एक शिक्षित और संस्कारित महिला घर में बहू बनकर परिवार को एकजुट और संगठित बनाती है। जिससे परिवार का विकास होता है।