Chanakya Niti : बेहतर पत्नी में ये गुण कूट कूट कर भरे होते है, जानिए पत्नी की चाणक्य नीति 

आचार्य चाणक्य की नीतियां हमें सही और गलत को अलग-अलग करने के लिए सिखाती हैं। जीवन में सच्चे साथी का मूल्यांकन करने की सीख देती है। फिर चाहे वह आपका मित्र, जीवनसाथी या परिवार का सदस्य हो। कहते हैं कि एक अच्छी जीवनसाथी मिलने से जीवन सुधर जाता है।
 

Haryana Update : नीतिशास्त्र में चाणक्य ने स्त्रियों को श्रेष्ठ बनाने वाले तीन गुणों का भी उल्लेख किया है। ऐसे गुण वाली पत्नियां होने से न सिर्फ पति की छवि सुधरती है, बल्कि पूरा परिवार भी खुश रहता है। आइए जानते हैं उन गुणों को।


अपनी इच्छाओं को मारना अच्छा नहीं होता, लेकिन शादी के बाद एक स्त्री अपने परिवार की आर्थिक और पारिवारिक स्थिति को संतुलित रखती है और अपनी इच्छाओं को पूरा करती है, तो वह पति और ससुराल वालों के लिए भाग्यशाली होती है।

जिन स्त्रियों में खुशी की भावना होती है, वे अपने दांपत्य जीवन में सदा खुश रहती हैं। जिन पुरुषों की पत्नियां धन की बचत का महत्व जानती हैं, वे बहुत भाग्यशाली होते हैं।

शिक्षित 

Chanakya Niti : रोज रात को ये काम करने से समय से पहले हो जाते है बूढ़े

एक अच्छी पत्नी पूरे परिवार का भार उठाने में सक्षम है। एक शिक्षित महिला साहसी होती है। ऐसी स्त्रियां सही-गलत को अलग कर सकती हैं। शिक्षित महिला अपने परिवार को कठिन समय में पति के साथ समर्थन देती हैं। शिक्षा प्राप्त करने वाली महिलाएं आगे की पीढ़ी का भविष्य बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देती हैं।

धर्म को मानने वाली

आचार्य का कहना है कि जो स्त्री धर्म का पालन करती है, वह अपने कर्तव्यों से कभी नहीं मुंह मोड़ती। आध्यात्मिक मान्यताओं वाली महिलाओं के घरों में सुख-शांति नहीं भंग होती। धर्म का पालन करने वाली महिलाएं परिवार की जिंदगी को सार्थक बनाती हैं, साथ ही खुद को भी। इसके परिणामस्वरूप आने वाली पीढियां भी धार्मिक और संस्कारी होती हैं।