Chanakya Niti : सीधी लड़की और चरित्रहीन लड़कियों में होता है ये फर्क, ऐसे परखे लड़कियां 

महान कूटनीतिज्ञ, राजनीतिज्ञ और अर्थशास्त्री के रूप में आचार्य चाणक्य को जाना जाता है। नीतिशास्त्र में आचार्य चाणक्य ने पुरुष, स्त्री, बच्चे और बुजुर्ग सबके बारे में बताया है। आचार्य चाणक्य ने मनुष्य के गुणों और अवगुणों की भी चर्चा की है।
 

 नीतिशास्त्र में भी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है, जिसे ध्यान में रखकर सही व्यक्ति और सही रिश्तों का चुनाव किया जा सकता है। स्त्री को श्रेष्ठ बनाने वाले तीन गुण आचार्य चाणक्य ने बताए हैं। जिसकी पत्नी में ये गुण हैं, वह बहुत भाग्यशाली है। उन लोगों का जीवन खुशहाल रहता है।
 
विनम्रता और दयालुता: आचार्य चाणक्य ने कहा कि विनम्रता और दयालुता के गुणों से एक स्त्री सदैव परिवार और रिश्तों को बचाती है। ये हमेशा दूसरों का भला चाहते हैं।ऐसे परिवार में हमेशा खुशी और शांति है। जिस पत्नी में ये गुण हैं, उसका परिवार खुश रहता है। ऐसे लोगों का जीवन सदा खुशहाल रहता है। 

Chanakya Niti : महिलाओं की इच्छाएँ ऐसे निकलती है बाहर, पुरुषो को करना चाहिए ये काम

नियमों का पालन करने वाले आचार्य चाणक्य ने कहा कि हर व्यक्ति, चाहे वह स्त्री हो या पुरुष, धर्म का पालन करना चाहिए। स्त्री जो धर्म का पालन करती है, वह अच्छी तरह से सही और गलत का भेद समझती है। स्त्री जो धर्म का पालन करती है, वह सदा सत्कर्मों की ओर प्रेरित होती है। ये अपनी संतान को सभ्य बनाते हैं। ऐसी स्त्री हर समय अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करती है। ऐसी महिला ने परिवार के अलावा कई पीढ़ियों का भला किया है। धर्म के मार्ग पर चलने वाली स्त्री न सिर्फ अपने आप को सम्मान देती है, बल्कि पूरे परिवार को भी सम्मान देती है।

धन का संचय करने वाली स्त्री आचार्य चाणक्य कहते हैं कि धन बुरे समय में व्यक्ति के काम आता है और खराब हालात से बाहर निकालता है। जिस व्यक्ति की पत्नी धन के संचय की आदत है, वह आसानी से बुरे समय को पार कर लेता है।