Electric Bus : हरियाणा बन रहा है अब इलैक्ट्रिक राज्य, इस जिले से शुरू हुई सरकारी इलैक्ट्रिक बसे 

वाहनों की संख्या के साथ-साथ प्रदूषण भी बढ़ता जाता है। समय-समय पर सरकार प्रदूषण कम करने के लिए विशेष उपाय करती है। सरकार ने बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए डीजल और पेट्रोल से चलने वाले वाहनों को बंद कर दिया है। वहीं, CNG और इलेक्ट्रिक वाहनों की जगह लेने का प्रोत्साहन मिल रहा है। किलोमीटर स्कीम हाल ही में सरकार ने लागू की है।
 

जिले में जल्द ही पांच सौ इलेक्ट्रिक बस मिल जाएंगे. सरकार ने किलोमीटर योजना में इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किया है। इस योजना से यमुनानगर जिले को पच्चीस विद्युत बसें मिलेंगी। डिमट कंपनी इन बसों को चार्ज करने से लेकर उनकी मरम्मत करने तक सब कुछ खर्च करेगी। कंपनी जगाधरी बस अड्डे की पुरानी इमारत को छोड़ देगी। कंपनी चार्जिंग स्टेशन से लेकर बसों को यहीं खड़ा करने की व्यवस्था करेंगी। कंपनी की टीम ने जगाधरी बस स्टैंड भी देखा है।


इलेक्ट्रिक बसों के आने से, पिछले 13 वर्षों से सिटी बसों का संचालन बंद हो गया है, जिले को प्रदूषण से राहत मिलेगी। इन बसों की लंबाई 12 मीटर होगी और उनमें 55 सीटें होंगी। एक बार पूरी तरह से चार्ज करने पर ये बसे 150 से 200 किलोमीटर की दूरी तय कर सकते हैं। इलेक्ट्रिक बसों की आगमन से शहर बसे भी चलने की उम्मीद है। City Buses जिले में पिछले लगभग 13 वर्षों से नहीं चल रहे हैं। हालाँकि, Roadways बेड़े में 191 बसे रूट पर हैं।

Sasta Smartphone : इस स्मार्टफोन ने हिला दिये सभी कंपनियों के फ़िल्टर, 1100 रुपए में खरीदे ये फोन
इन विद्युत बसों के संचालन से प्रदूषण की समस्या कम होगी और यात्रियों को आवाजाही में आसानी होगी। इस समय Roadways बेड़े में 191 बसे ऑन रूट हैं। रोडवेज बेड़े में इतनी बसें होने के बावजूद भी सरस्वती नगर, बिलासपुर, साढ़ोरा और जतलाना में बसों की कमी है। रोडवेज ट्रांसपोर्ट मैनेजर संजय रावल ने कहा कि जल्द ही जिले में 50 इलेक्ट्रिक बसे होंगे जो निजी कंपनियों द्वारा चलाए जाएंगे।