नए प्रेमी जोड़े के लिए अपनाएँ ये तरीके, कभी नही बिगड़ेगा रिश्ता 

हिन्दू रीति रिवाजों के अनुसार, पति-पत्नी का रिश्ता सात जन्मों का होता है। यह एक बहुत नाजुक और मजबूत प्रेम संबंध है। पति पत्नी के बीच एक दूसरे को समझना ही एक रिश्ते को आगे ले जाता है और उसे मजबूत बनाता है।
 

लेकिन कभी-कभी एक छोटी सी बात से शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ जाता है कि अलग होने की जरूरत तक आ जाती है। थोड़ी सी गलतफहमी एक रिश्ते को तोड़ सकती है। लेकिन वास्तु शास्त्र में ऐसी कई बातें बताई गई हैं जो पति पत्नी के बीच परस्पर प्रेम को बढ़ा सकते हैं। तो आइए जानते हैं कौन से उपाय हैं।

1। विवाहित लोगों के लिए बेडरूम का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है। बेडरूम साफ होना चाहिए। बेडरूम में वास्तुशास्त्र के अनुसार टीवी या कंप्यूटर नहीं होना चाहिए। वह इसलिए कि वे पति पत्नी के बीच संवाद को बाधित कर सकते हैं और ग़लतफ़हमी में रिश्तों को तोड़ सकते हैं। ज्यादातर मामलों में देखा गया है कि पति पत्नी के बीच संवाद की कमी ही उनके अलग होने का कारण है।

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2। बेडरूम की छत पर कोई बीम नहीं होना चाहिए: वास्तुशास्त्र साथ ही वास्तुशास्त्र कहता है कि पति-पत्नी जिस बेड पर सोते हैं, उस पर एक ही गद्दा होना चाहिए। यह वास्तु के अनुसार पति पत्नी का प्रेम बढ़ाता है।

3. विचारपूर्वक चित्रों को लगाएं: वास्तुशास्त्र के अनुसार, पति-पत्नी के कमरों में हिंसक चित्रों को नहीं लगाना चाहिए। शयन कक्ष में नदी, झरना, तालाब या तेज लहरों की तस्वीरें भी नहीं लगानी चाहिए। पति-पत्नी के बीच द्वेष बढ़ सकता है, इसलिए शयन कक्ष के ऊपर कभी भी पानी की टंकी या जल संग्रहण नहीं होना चाहिए।


4. विवाहित लोगों को अपने शयनकक्ष का दक्षिण-पश्चिम भाग अच्छी तरह से सजाया जाना चाहिए। शयनकक्ष का रंग सुखदायक होना चाहिए।(निवेदन: यह लेख सामान्य मान्यताओं पर आधारित है।