Haryana News: हरियाणा में किसान उगाएंगे लीची, स्ट्रॉबेरी और खजूर, हर जिले में खुलेगी बीज टेस्टिंग लैब!

Haryana News: हरियाणा सरकार ने कृषि क्षेत्र में बड़ा कदम उठाते हुए किसानों को लीची, स्ट्रॉबेरी और खजूर जैसी नई फसलों की खेती के लिए प्रोत्साहित किया है। साथ ही, हर जिले में बीज टेस्टिंग लैब खोलने की योजना बनाई गई है, जिससे किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज मिल सकें। इस फैसले से कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी। नीचे पढ़ें पूरी डिटेल।
 
 
Haryana update : हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बजट 2025 पेश करते हुए किसानों और पशुपालकों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। प्रदेश के किसान अब पारंपरिक फसलों से आगे बढ़कर लीची, स्ट्रॉबेरी और खजूर जैसी लाभकारी फसलों की खेती कर सकेंगे। इसके अलावा, पराली प्रबंधन और गन्ना किसानों को भी राहत दी गई है।

‘मेरा पानी-मेरी विरासत’ योजना में बदलाव

हरियाणा सरकार ने धान की खेती को कम करने और जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए ‘मेरा पानी-मेरी विरासत’ योजना के तहत प्रोत्साहन राशि बढ़ा दी है। अब धान की खेती छोड़ने पर किसानों को 7,000 रुपये के बजाय 8,000 रुपये प्रति एकड़ की सहायता मिलेगी।

पराली प्रबंधन के लिए अनुदान बढ़ा

किसानों को पराली जलाने से रोकने और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए अनुदान राशि को 1,200 रुपये प्रति एकड़ कर दिया गया है। यह कदम कृषि क्षेत्र में स्थिरता लाने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

नई फसल उत्कृष्टता केंद्र होंगे स्थापित

हरियाणा में पहले से ही 11 उत्कृष्टता केंद्र काम कर रहे हैं और तीन और निर्माणाधीन हैं। अब सरकार ने तीन नए उत्कृष्टता केंद्र खोलने का निर्णय लिया है:

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  • अंबाला में लीची का उत्कृष्टता केंद्र
  • यमुनानगर में स्ट्रॉबेरी का उत्कृष्टता केंद्र
  • हिसार में खजूर का उत्कृष्टता केंद्र

मुख्यमंत्री का कहना है कि इससे किसानों को नई फसलों की ओर बढ़ने का अवसर मिलेगा और उनकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी।

गन्ना किसानों के लिए राहत, हार्वेस्टर पर सब्सिडी

हरियाणा सरकार गन्ने की कटाई के लिए हार्वेस्टर मशीनों पर सब्सिडी देगी, जिससे किसानों की लागत कम होगी और उनकी आय में इजाफा होगा। इसके अलावा, सभी मंडियों में फसलों की बिक्री के लिए गेट पास अनिवार्य किया जाएगा और ई-नाम पोर्टल से इसका एकीकरण सुनिश्चित किया जाएगा।

हर जिले में बीज टेस्टिंग लैब

अभी तक करनाल, पंचकूला, सिरसा और रोहतक में ही बीज जांच की सुविधा थी, लेकिन अब हर जिले में बीज टेस्टिंग लैब स्थापित की जाएगी। इससे किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज मिल सकेंगे और फसलों की पैदावार बेहतर होगी।

लवणीय और क्षारीय भूमि सुधार का लक्ष्य बढ़ाया गया

हरियाणा के झज्जर, रोहतक और दादरी जैसे कई जिलों में लवणीय और क्षारीय भूमि की समस्या है। पिछले साल 62,000 एकड़ भूमि को सुधारने का कार्य हुआ था, जिसे इस बार बढ़ाकर 1 लाख एकड़ करने का लक्ष्य रखा गया है।

महिलाओं को डेयरी खोलने के लिए ब्याज मुक्त ऋण

महिला किसानों को डेयरी उद्योग से जोड़ने के लिए सरकार ने 1 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण देने की घोषणा की है। यह योजना महिला सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए लागू की गई है।

देसी गाय खरीदने पर अनुदान में बढ़ोतरी

प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए देसी गाय खरीदने पर मिलने वाली अनुदान राशि को 25,000 रुपये से बढ़ाकर 30,000 रुपये कर दिया गया है। पहले यह सुविधा केवल 2 एकड़ भूमि वाले किसानों के लिए थी, लेकिन अब 1 एकड़ भूमि वाले किसान भी इसका लाभ ले सकेंगे।

हरियाणा सरकार के ये फैसले किसानों और पशुपालकों के लिए बड़ी राहत लेकर आए हैं और इनके जरिए कृषि क्षेत्र को अधिक सशक्त बनाने की योजना बनाई गई है।