Haryana News : हरियाणा के इन जिलो में बनेंगे 15 नए रेलवे स्टेशन, काम हुआ चालू

हरियाणा के लिए एक बड़ा अपडेट सामने आया है सरकार ने हाल ही में एक बड़ा ऐलान कर दिया है हरियाणा में 126 किलोमीटर की नई रेलवे लाइन बिछाई जाएगी और 15 नई स्टेशन बनेंगे आइए जानते हैं कहां-कहां यह नए स्टेशन बनेंगे
 

Haryana Update : Express वे, मेट्रो, Railway और हाईवे के जरिए दिल्ली-एनसीआर और आस-पास के इलाके में ट्रैफिक के दबाव को कम करने की लगातार कोशिश की जा रही है। अब Haryana में भी रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेलवप करने पर काम किया जा रहा है।

इसी कड़ी में Haryana ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर बनाने की तैयारी शुरू की गई है। कॉरिडोर के बनने के बाद आईएमटी मानेसर सहित कई शहरों की तस्वीर बदल जाएगी और बेहतर कनेक्टिविटी भी मिलेगी। पलवल-मानेसर-सोनीपत के बीच आर्बिटल रेल कॉरिडोर बनाया जाएगा।

इन जिलों से होकर गुजरेगी इलेक्ट्रिक डबल ट्रैक Railway लाइन-

Haryana रेल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड इसे डेवलप करने को लेकर प्लान तैयार कर रही है। फाइनेंशियल Express की एक रिपोर्ट के मुताबिक, Haryana ऑर्बिटल रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड प्रोजेक्ट का सेक्शन A धुलावट से बादशाह तक होगा। यह 29.5 किलोमीटर लंबी इलेक्ट्रिक डबल ट्रैक Railway लाइन नूंह से होते हुए गुरुग्राम के जिलों से होकर गुजरेगी।

जानिये कहां- कहां बनेंगे Station

Haryana ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर पर सोनीपत से तुर्कपुर के बीच Station होंगे। इसके साथ ही खरखौदा, जसौर खेड़ी, मांडौठी, बादली, देवरखाना, बाढ़सा, न्यू पातली, पचगांव, आइएमटी मानेसर, चंदला डूंगरवास, धूलावट, सोहना, सिलानी और न्यू पलवल में भी Station बनाए जाएंगे।

Haryana आर्बिटल रेल कॉरिडोर की खासियत

रिपोर्ट के मुताबिक Haryana रेल आर्बिटल कॉरिडोर पर मालगाड़ियों से हर दिन 5 करोड़ टन माल की ढुलाई हो सकेगी। इस Railway ट्रैक पर 160 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से ट्रेनें चल सकेंगी। कॉरिडोर पर 2 टनल बनाई जाएगी। टनल ऐसे बनाए जाएंगे जिससे डबल स्टेक कंटेनर भी आसानी से जुगर सकें। दोनों टनल की लंबाई 4.7 किलोमीटर और ऊंचाई 11 मीटर और

रेल आर्बिटल कॉरिडोर से इन 5 जिलों को होगाा फायदा- 

रेल आर्बिटल कॉरिडोर केएमपी एक्सप्रेस-वे के साथ विकसित किया जाएगा। पलवल Railway Station से लेकर सोनीपत में हरसाना कलां Railway Station तक प्रोजेक्ट की कुल लंबाई 126 किलोमीटर होगी। इस प्रोजेक्ट से सीधे 5 जिलों पलवल, गुरुग्राम, नूंह, झज्जर और सोनीपत को सीधा फायदा होगा।