Haryana News: हरियाणा सरकार के सामने आया एक और फर्जी वाड़ा, रोडवेज की E-ticketing सुविधा से हुआ मोटा धोटाला
Haryana Government:आपकी जानकारी के लिए बता दे कि रोडवेज विभाग ने अंबाला, भिवानी और करनाल में ई-टिकटिंग सेवा में फर्जीवाड़ा करने का मामला दर्ज किया है।
Haryana Update: हरियाणा रोडवेज ने हाल ही में एक ई-टिकटिंग प्रणाली शुरू की है, जिससे सामान्य टिकट प्रणाली में होने वाले फर्जीवाड़े को पूरी तरह से रोका जा सके। लेकिन फर्जीवाड़े को रोकने के लिए शुरू की गई इस योजना में भी धोखाधड़ी की शिकायतें हैं। ई-टिकटिंग के माध्यम से रोडवेज कर्मचारियों ने पैसे का हेर-फेर किया है।
रोडवेज विभाग ने अंबाला, भिवानी और करनाल में कुछ कर्मचारियों द्वारा ई-टिकटिंग सुविधा में फर्जीवाड़ा करने का मामला दर्ज किया है, जिसके बाद कई कर्मचारियों और चालकों पर कार्रवाई भी की गई है। इस मामले की जांच का भी आदेश दिया गया है।
वहीं, रोडवेज यूनियन कर्मचारियों के साथ है। रोडवेज यूनियन के नेताओं ने कहा कि इसमें कर्मचारियों की कोई गलती नहीं है, बल्कि मशीनों की कमी है। जिससे पैसे का सही मिलान नहीं हो सका। मशीन में पिछले रूट का डाटा खत्म होता है जब एक परिचालक एक रूट से बाहर निकलता है। इसलिए, अगर पिछले रूट के पैसे पहले ही परिचालक से ले लिए गए होते तो कोई समस्या नहीं होती।
E-टिकट प्रणाली क्या है?
हरियाणा रोडवेज ने फर्जीवाड़ा कम करने के लिए एक ई-टिकटिंग सेवा शुरू की, जिसमें यात्री बस के अंदर ही UPI, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या किसी भी ऑनलाइन विधि से टिकट खरीद सकते हैं। यात्रियों को पमेंट करने के बाद एक प्रिटेंड टिकट दिया जाएगा, जिसमें उनकी यात्रा के बारे में सभी जानकारी होगी।
गड़बड़ी कैसे होती है?
नई ई-टिकटिंग व्यवस्था में टिकटें मशीन से काटी जाती हैं। जब परिचालक एक रूट खत्म कर मशीन में एक नया रूट जोड़ता है, तो पिछले रूट का डाटा डिलीट हो जाता है। इससे पता नहीं चलता कि पिछले रूट पर कितनी टिकट काटी गईं। वहीं, इस मामले में कर्मचारियों पर आरोप लगाया गया है कि वे जानबूझकर ऐसा किया ताकि धन का दुरुपयोग हो सके। फिलहाल, मामले की जांच करने का आदेश दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही मामले की सच्चाई पता चल सकेगी।