Haryana news: हरियाणा के इस जिले में 5 हजार एकड़ जमीन खरीदेगी सरकार, किसानों को मिलेगा मोटा पैसा 

हरियाणा सरकार के द्वारा प्रदेस में विभिन्न प्रयोजनाओं को पूरा करने के लिए इस जिले में 5 हजार एकड़ जमीन खरदीने की तैयारी कर रही है. इससे पास में लगते किसानों  को काफी फायदा होने वाला है. 
 

Haryana Update, New Delhi: हरियाणा में किसानों का उत्सव होगा। हरियाणा सरकार किसानों से 5000 एकड़ जमीन खरीदने की योजना बना रही है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSSVP) ने प्रदेश के शहरों में बेहतर आवासीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए पांच हजार एकड़ जमीन खरीदेगी। 

ई-भूमि पोर्टल, भूमि पूलिंग पॉलिसी या एग्रीगेटर इस भूमि को खरीद सकते हैं। सीएम मनोहर लाल ने प्राधिकरण को जल्द से जल्द एक कार्ययोजना बनाने और इस पर काम करने का आदेश दिया है। वे बुधवार को चंडीगढ़ में प्राधिकरण की 126वीं बैठक में भाषण दे रहे थे।

CM ने कहा कि सरकार सेक्टर को संस्थागत रूप से विकसित करना चाहती है। इससे अवैध कॉलोनियों का उदय रुक जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी हर संपत्ति को सूचीबद्ध करे, चाहे वह आवासीय, व्यावसायिक या संस्थागत हो। 

उन्होंने कहा कि क्षेत्र में संपदा अधिकारियों को नागरिकों द्वारा जमीन से संबंधित किसी भी आवेदन की जानकारी मुख्यालय को अनिवार्य रूप से दी जाए।

बैठक में कर्मचारी राज्य बीमा (ESI) डिस्पेंसरी को जमीन देने की अनुमति दी गई। ईएसआई से जुड़े बीमाकृतों और उनके आश्रितों को बेहतर चिकित्सा प्रदान करने के लिए विभिन्न जिलों में ईएसआई डिस्पेंसरियों का निर्माण किया जाएगा। 

CM ने ESI डिस्पेंसरियों को अंबाला के मुलाना, गुरुग्राम के फरूखनगर, झज्जर के दादरी तोय व झाड़ली, करनाल के तरावड़ी व घरौंडा, रेवाड़ी के कोसली, यमुनानगर के छछरौली तथा चरखी दादरी और पानीपत के बरसात रोड पर जमीन देने का फैसला किया है।

हिसार में भी लगभग 100 बैड का ESI अस्पताल बनाया जाएगा। इसके लिए पहले ही जगह दी गई है। मुख्यमंत्री ने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण को कम कीमतों पर सरकारी विभागों को जमीन देने की नीति मंजूरी दी। 

अब HSVP को जनहित में विकास कार्यों के लिए विभिन्न सरकारी विभागों को 50 प्रतिशत दर पर जमीन दी जाएगी। इसके बावजूद, यह नियम केवल विभागों पर लागू होगा। जमीन केवल निर्धारित दरों पर बोर्डों और निगमों को दी जाएगी।

बैठक में बताया गया कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के इंजीनियरिंग विंग में कार्यरत कर्मचारियों की मृत्यु के उपरांत उनके आश्रितों को अनुकंपा आधार पर नौकरी मिली है। रिशब, नमित, राहुल और शिवम इनमें हैं।