Health Tips : दवाइयाँ खाना कर दीजिये बंद, नैचुरल तरीके से रखे खुद का ख्याल 

आजकल लोगों को अनेक बीमारियां परेशान कर रही हैं। इस दौरान लोग भी स्वस्थ रहने के लिए बहुत कुछ करते नजर आ रहे हैं। यदि आप भी चाहते हैं कि जीवन में कभी बीमार न पड़ें, तो इन दस आदतों को अपनाने से फायदा मिल सकता है। इन आदतों को अपनाकर आप डॉक्टर से मिलने से बच सकते हैं और फिट और जवान रह सकते हैं।
 

यूपी की राजधानी लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के फिजियोलॉजी विभाग के हेड प्रोफेसर नरसिंह वर्मा से पूछें कि ये दसवीं आदतें कौन सी हैं? जिनसे हम अपना जीवन सुधार सकते हैं।

नरसिंह वर्मा ने बताया कि शरीर के अंदर एक घड़ी है जो सूर्य की किरणों से चलती है।यही कारण है कि सभी को सूर्य की किरणों के अनुरूप चलना चाहिए। सुबह उठना चाहिए। लेकिन जब लोग सूर्य की जगह चंद्रमा पर चलना शुरू कर देते हैं। यदि यानी दिन में सोते हैं और रात में जागते हैं, तो वे बीमार हो जाएंगे। दिन में शरीर हार्मोंस बनाता है जो काम करने के लिए आवश्यक हैं, और रात में हार्मोंस बनाता है जो सोने के लिए आवश्यक हैं। यह हार्मोन असंतुलित करता है। शरीर जल्दी थक जाता है और बीमार हो जाता है।
सुबह का नाश्ता कभी नहीं छोड़ना चाहिए। शरीर सुबह कोर्टिसोल नामक हार्मोन बनाता है। सुबह का नाश्ता इसके लिए आवश्यक है। सुबह का नाश्ता छोड़ देना डायबिटीज, हाइपरटेंशन और मोटापे को बढ़ाता है।
शाम सात बजे तक खाना खाना चाहिए। रात में पाचन हार्मोंस नहीं बनते, इससे पाचन क्रिया बेहतर होती है। इसलिए बीमारियां शरीर को पकड़ती हैं।
खाना खाते समय हमेशा चबाकर खाना चाहिए और पानी नहीं पीना चाहिए। खाना खाने के एक घंटे पहले या एक घंटे बाद पानी पीना चाहिए। पेट में इससे एसिड बनता है, जो खाना पचाने में महत्वपूर्ण है। पानी पीने से वह और पाचन क्रिया प्रभावित होती है।
सलाद, सूप, दाल, अंकुरित अनाज, फल, दही और सब्जी का 85 प्रतिशत हमेशा खाने में होना चाहिए। 15 प्रतिशत रोटी, बोटी और चावल भी होना चाहिए।
भूख लगने पर अपनी आधी क्षमता का भोजन लें। इससे पेट में जगह बनी रहेगी और खाना आसानी से पचेगा, जिससे शरीर फिट रहेगा।
रात को बेवजह नहीं जागें। यह दिमाग के न्यूरॉन्स हार्मोन पर प्रभाव डालता है। पूरे शरीर को इससे अधिक नुकसान होता है। दिन में जागें और पूरी रात सो जाएँ।स् वस् थ जीवन जीने के लिए अच्छी नींद चाहिए।
इसके अलावा, माता-पिता के तनाव से बचें। हम तनाव न लेकर स्वस्थ रह सकते हैं। मॉर्निंग वॉक या इवनिंग वॉक को शामिल करना अनिवार्य है।
नरसिंह वर्मा ने बताया कि वैज्ञानिकों ने माना कि अजीनोमोटो (फास्ट फूड) का स्वाद हमारे दिमाग को मारता है। युवा हिंसक हो रहे हैं। यही कारण है कि एक बार फास्ट फूड खाने वाले लोग बार-बार इसे मांगते हैं। उसे छोड़ना नहीं चाहता। लोग इस स्वाद से बीमार हैं। फास्ट फूड से दूर रहने का प्रयास करें।
स् वस् थ रहना चाहते हैं तो तंबाकू और शराब से बचें।