हरियाणा के इन 7 जिलों में 11 से 13 फरवरी तक नेट रहेगा बंद, किसान आंदोलन के चलते प्रशासन ने लिया फैसला

हरियाणा सरकार ने अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों के अधिकतर क्षेत्र में वॉयस कॉल को छोड़कर, मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, बल्क एसएमएस और सभी डोंगल सेवाएं सस्पेंड कर दी हैं. यह आदेश 11 फरवरी की सुबह 6 बजे से 13 फरवरी की रात 11:59 बजे तक लागू रहेगा.
 

Haryana Update, New Delhi: हरियाणा सरकार ने अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों के अधिकतर क्षेत्र में वॉयस कॉल को छोड़कर, मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, बल्क एसएमएस और सभी डोंगल सेवाएं सस्पेंड कर दी हैं. यह आदेश 11 फरवरी की सुबह 6 बजे से 13 फरवरी की रात 11:59 बजे तक लागू रहेगा.

पंजाब-हरियाणा के किसानों ने एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच करने का ऐलान कर दिया है. किसानों ने 13 फरवरी को दिल्ली पहुंचने की घोषणा की थी. इसको लेक हरियाणा सरकार सख्त कदम उठाने में लग गई है. एक तरफ रास्तों की बाड़ेबंदी कर दी गई है तो वहीं अब कई जिलों में मोबाइल इंटरनेट बंद कर दिया गया है.

हरियाणा के अतिरिक्त गृह सचिव द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कुछ संगठनों द्वारा किए गए किसान आंदोलन के आह्वान के मद्देनजर, तनाव, झुंझलाहट, आंदोलन, सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की आशंका है. अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों में शांति भंग की संभावना है. ऐसे में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं, एसएमएस सेवाओं और अन्य डोंगल सेवाओं पर सोशल मीडिया/मैसेजिंग सेवाओं के माध्यम से जनता तक प्रसारित/प्रसारित की जा सकती हैं.

मोबाइल फोन और एसएमएस पर व्हाट्सएप, फेसबुक ट्विटर आदि जैसे विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से गलत सूचना और अफवाहों के प्रसार को रोकने के लिए दूरसंचार सेवाओं को अस्थायी निलंबित किया जाता है. यह आदेश हरियाणा राज्य के डबवाली सहित अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों के अधिकार क्षेत्र में शांति और सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए जारी किया गया है और 11.02.2024 (06:00 बजे) से 13.02.2024 (23:59 बजे) तक लागू रहेगा. 

शम्भू बॉर्डर पर परमानेंट बैरिकेडिंग

हरियाणा-पंजाब के शम्भू बॉर्डर को स्थाई रूप से बंद कर दिया गया है. कारण, पिछली बार पुलिस द्वारा की गई बैरिकेडिंग को किसानों ने ट्रैक्टरों से नदी में फेंक दिया था. लिहाजा अबकी बार हाईवे पर बड़े-बड़े सीमेंट के बैरिकेड रखकर पूरे हाईवे पर सीमेंट की दीवार खड़ी कर दी गई हैं. इसके बाद इन बैरिकेडिंग को सीमेंट और कंक्रीट से ब्लॉक कर दिया गया है. 
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