Property Document : प्रॉपर्टी की वसीयत को लेकर इन बातों का रखें विशेष ध्यान

अगर आप भी प्रॉपर्टी खरीदने हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद खास होने वाली है प्रॉपर्टी खरीदने वालों के लिए कि नहीं अपडेट सामने आई है प्रॉपर्टी के वसीयत क्यों जरूरी होती है और किस-किस बातों का हमें विशेष ध्यान रखना चाहिए आइए जानते हैं
 

Haryana Update : जो भी व्यक्ति 18 साल से अधिक उम्र का है, जिसके पास संपत्ति, जीवन Bima Policy है और जो मानसिक रूप से स्वस्थ है वह अपनी Vasiyat बना सकता है. Vasiyat को लेकर कई लोगों के अलग-अलग मत है.

कई लोग इसे Imp नहीं समझते और इसे बनाने में झंझट Feel करते हैं. लेकिन कई लोग ऐसे है जो अपनी Vasiyat बनाकर रखते हैं. तो क्या आपने भी Vasiyat बनानी चाहिए ? इसे कैसे बनाया जाता है ? आइये जानते हैं Vasiyat से जुड़ी Imp जानकारियां.

Vasiyat बनाना क्यों जरूरी है ?

Vasiyat का निर्माण इसलिए होता है क्योंकि इससे संपत्ति के malik की मौत के बाद उत्तराधिकार को लेकर विवाद की स्थिति नहीं बने. संपत्ति का malik जीवित रहते ही इस बात का फैसला कर लेता है कि उसके जाने के बाद उसकी संपत्ति पर किसका हक होगा.

Vasiyat बनाते समय रखें इन बातों का ध्यान 

व्यक्ति का नाम, पिता / पति का नाम, घर का पता, जन्मतिथि, इत्यादि 
Vasiyat लिखने की तारीख और लिखने का उल्लेख.
Vasiyat लिखते समय आपको यह लिखना होता है कि आप अपनी मर्जी से बिना किसी के दबाव में आकर Vasiyat बना रहे हैं.
Vasiyat में सम्पत्ति का ब्यौरा और लाभार्थी यानी उत्तराधिकारी के बारे में जानकारी. इसमें एक से ज्यादा उत्तराधिकारी का नाम भी जोड़ सकते हैं.
साड़ी संपत्ति, Bima पॉलिसी, फंड का उल्लेख करने के बाद आपको हस्ताक्षर करने होंगे. साथ ही गवाह के भी Sign करने जरूरी है.
इसके बाद Vasiyat की मूल प्रति को किसी Safe स्थान पर रखें और उसकी Copy को दुसरे स्थान पर रखना चाहिए.
यह किसी भी Language में लिखी जा सकती है.
Vasiyat को कितनी भी बार बदला या रद्द किया जा सकता है. इसलिए आपको कोई STAMP स्टांप शुल्क देने की आवश्यकता नहीं है.

यदि किसी के बच्चे नाबालिग है तो उन्हें Vasiyat बनानी ही चाहिए. क्योंकि माता-पिता की मौत के बाद Chiled के नाम पर संपत्ति उनके 18 Year के होने पर की जाती है. इसके पहले उनकी देखरेख और वित्तीय निर्णयो की जिम्मेदारी किसी को सौंप दी जाती है. इसीलिए यदि पहले से बच्चों की जिम्मेदारी किसी भरोसेमंद व्यक्ति के नाम पर सौंपी जाए तो बच्चों की परवरिश Good से हो जाएगी.

संपत्ति का बंटवारा ही मृतक के परिवारजनों या उनके रिश्तेदारों के बीच विवाद का कारण बनता है. इसीलिए Vasiyat के जरिये इस विवाद को पनपने से पहले ही खम किया जा सकता है. आप चाहे तो Vasiyat में कई बदलाव कर सकते हैं.