Property Rules : प्रॉपर्टी में महिलाओं के होते हैं ये अधिकार, 95 % महिलाएं नहीं जानती

प्रॉपर्टी को लेकर अधिकतर महिलाएं अपना अधिकार नहीं जानती है प्रॉपर्टी के मामले में महिलाओं को यह 9 अधिकार मिलते हैं आइए जाने विस्तार से

 

Haryana Update : Property के ट्रांसफर से जुड़े मसले कई बार बड़े टेढे़ हो जाते हैं. इसमें कई बार आपसी मनमुटाव भी हो सकता है. ये बात खासतौर से महिलाओं के लिए सच है. यही कारण है कि महिलाओं के लिए अपने Rights को जानना बेहद जरूरी है. यहां हम Property से जुड़े ऐसे 9 Rights के बारे में बता रहे हैं जिन्‍हें महिलाओं को जरूर पता होना चाहिए.

माता-पिता की वसीयत की कॉपी पाने का Rights 

अगर आपके Parents ने वसीयत की है तो शादी के बाद उसकी Copy जरूर हासिल कर लें. 5नेंस डॉट कॉम के संस्‍थापक दिनेश रोहिरा कहते हैं, ''भाई-बहनों के साथ विवाद से बचने के लिए ऐसा करना महत्‍वपूर्ण है.'' यहां तक अगर कोई वसीयत नहीं है तो भी Property के Document हासिल कर लें. इसमें आपके Rights के बारे में स्‍पष्‍ट लिखा होना चाहिए.

पुश्‍तैनी Property पर हक

पुश्‍तैनी Property के Document आपके पास हों या नहीं. लेकिन, जन्‍म से आपका इस पर Rights हो जाता है. लिहाजा, इसे लेकर कोई कानूनी संदेह नहीं होना चाहिए. इसे आप जब चाहें Claim कर सकती हैं. फिर Parents जीवित हों या नहीं या आपकी शादी हो गई हो या नहीं हुई हो.

 
पति की Property पर हक

सोनी के कहती हैं कि शादीशुदा महिला होने के नाते पत्‍नी उस Property में हिस्‍सेदारी है जो पति ने बनाई है. फिर चाहे वह चल हो या अचल. पति की मौत के बाद कानूनी वार‍िसों के साथ पत्‍नी का भी उस पर हक होगा.

मैरीड वुमेंस Property एक्‍ट 1874

इस एक्‍ट को पति से महिला की Property को बचाने के लिए लाया गया था. इस एक्‍ट के तहत पति पर कोई देनदारी या टैक्‍स होने पर महिला की Property जब्‍त नहीं की जा सकती है.
आपकी खरीदी Property आपकी है

शादी के पहले अगर आपने अपने पैसों से कोई Property खरीदी है तो वह आपकी है. इसे आप जब चाहें बेच या किसी को Gift कर सकती हैं.

पति के घर में रहने का अधिकार

अगर शादी किसी कारण से नहीं चल पाती है और पति चाहता है कि पत्‍नी घर छोड़कर चली जाए तो याद रखें कि उनके पास ऐसा करने का अधिकार नहीं है. फिर चाहे घर उनका हो, उनके माता-पिता का हो या रिश्‍तेदार का. महिला का उस घर में रहने का पूरा हक है. चाहे वह पति ने बनाया हो या उनके माता-पिता ने.

एमडब्‍लूपी एक्‍ट के दायरे में लाइफ Insurance

मैरीड वुमेंस Property एक्‍ट 1874 के सेक्‍शन 6 के तहत किसी लाइफ Insurance पॉलिसी की रकम पति के न रहने पर पत्‍नी और बच्‍चों को मिलती है.

Property में पैसों से योगदान किया है तो है पूरा Rights 

अगर कोई Property आपके पैसों से खरीदी गई है. लेकिन, वह पति या बच्चों के नाम है. तो, इस Property को खरीदने के लिए आपने जो पैसा दिया है, उसका प्रूफ कोर्ट में दिखाकर आप इस पर दावा कर सकती हैं.

आपके नाम पर Property आपकी है

दिल्‍ली हाई कोर्ट में एडवोकेट बीनाशॉ एन सोनी कहती हैं कि कोई Property पति अगर पत्‍नी के नाम पर लेता है तो हिंदू विवाह अधिनियम की धारा 14 के तहत उस पर महिला का हक होता है. फिर भले उसे खरीदने में दोनों के पैसों का इस्‍तेमाल हुआ हो.