नए साल मे RBI ने Loan डिफॉल्टर्स को दिया तोहफा, दिए ये 5 अहम अधिकार!"

अगर आप भी Loan डिफॉल्टर्स की सूची में शामिल हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। नए साल में RBI ने डिफॉल्टर्स को राहत देते हुए 5 अहम अधिकार दिए हैं, जो आपकी वित्तीय स्थिति को सुधारने में मदद करेंगे। इन अधिकारों का लाभ उठाने के लिए आपको नियमों की जानकारी होना जरूरी है। अगर आप भी इन अधिकारों के बारे में जानना चाहते हैं, तो अधिक जानकारी के लिए नीचे पढ़ें।

 
नए साल मे RBI ने Loan डिफॉल्टर्स को दिया तोहफा, दिए ये 5 अहम अधिकार!"


Haryana Update: Loan Inquiry: लोन नहीं भरने वालों के लिए RBI ने निम्नलिखित पांच अधिकारों को प्रदान किया है: जरूरतों को पूरा करने के लिए अधिकांश लोग लोन लेते हैं। कुछ लोग समय पर लोन नहीं चुका पाते हैं..। यही कारण है कि आरबीआई द्वारा प्रस्तुत ये नवीनतम दिशानिर्देश आपके लिए उपयुक्त हैं। दरअसल, लोन नहीं भरने वालों को आरबीआई ने पांच अधिकार दिए हैं। जानकारी की कमी से लोग कुछ नहीं कर सकते। रिकवरी एजेंटों को प्रताड़ित नहीं किया जाएगा अगर लोग अपने अधिकारों को जानते हैं। प्रताड़ित करने पर उपभोक्ता और पुलिस अदालत में शिकायत कर सकते हैं।

बैंक पहले रिमाइंडर भेजता है—

पटियाला हाउस कोर्ट के अधिवक्ता महमूद आलम ने कहा कि अगर आप लोन की दो EMI नहीं देते हैं, तो बैंक आपको पहले रिमाइंडर भेजता है। अगर आप लगातार तीन किस्तों में अपने होम लोन का भुगतान नहीं करते हैं, तो बैंक आपको ऋण चुकाने के लिए एक कानूनी नोटिस भेजता है। लेकिन चेतावनी के बाद भी आप ईएमआई नहीं देंगे, तो बैंक आपको डिफॉल्टर घोषित करेगा।

किस तरह से वसूली होगी-
 
बैंक इंश्योरेंस किसी कर्जदार की मौत पर कर्ज वसूलता है। इसके अलावा, बैंक इस लोन को कर्जदार के वारिस से भी प्राप्त कर सकता है। अगर आप समय पर लोन नहीं चुकाते हैं, तो आपका रिकॉर्ड और क्रेडिट स्कोर खराब हो जाएगा। ऐसे में अगली बार आपको बैंक से लोन नहीं मिलेगा। आपको सख्त नियमों और शर्तों के साथ ऊंची ब्याज दरों पर लोन मिलेगा अगर आपने जुगाड़ से भी लोन लिया है।


बैंक डिफॉल्टरों को कैसे पता चलता है?

बैंक आपकी सभी जानकारी के साथ तीन गारंटर का पता और फोन नंबर भी रखता है। जिससे वह आसानी से आप तक पहुंच सकें। आप चाहे अपना पता ही बदल दें,

किसी को धमकाना या डराना अपराध है—

Supreme Court ने कर्ज की वसूली के लिए एजेंट को धमकाना, दुर्व्यवहार करना और प्रताड़ित करना अपराध माना है। अगर कोई रिकवरी एजेंट लोन लेकर आपको डराता या धमकाता है, तो आप बैंक और थाने दोनों में इसकी शिकायत करें। किश्तों को नहीं चुका पाना सिविल विवाद का विषय है। ऐसे में बैंक या उसका कोई रिकवरी एजेंट डिफॉल्टर को धोखा नहीं दे सकता।


क्या नियम है?

इसके लिए कई नियम बनाए गए हैं। जैसे रिकवरी एजेंट न्यायालय में जाकर रिकवरी कर सकते हैं। आरबीआई के अनुसार, लोन एजेंट किसी भी करदाता या व्यक्ति है जो लोन लेता है। सुबह 8 बजे से पहले और शाम 7 बजे के बाद उसे फोन नहीं किया जा सकता। इसके बावजूद, कई नियमों का पालन करना अनिवार्य है। इसके अलावा, कर्जदारों को गलत संदेश न भेजने की भी सलाह दी जाती है।


लोन नहीं चुकाने पर जेल नहीं होगी—

ऋण लेने वाले को जेल नहीं होगी अगर ऋण चुकाने की आपकी वजह सही है। अगर उधारकर्ता की अचानक मृत्यु हो जाती है और बैंक ने इस घटना को पहले ही भांप लिया होता है तो इस मामले में बैंक ने उधारकर्ता के परिवार से ऋण का बीमा कर चुका है। लोन वसूलते समय पुलिस को साथ ले जाना आवश्यक है। 

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