RBI ने किया बड़ा ऐलान, ये तीन बैंक है सबसे भरोसेमंद

आरबीआई बैंक नेहाल ही में एक ऐलान किया है लोगों को डर बना रहता है कि यदि बैंक डूब गया तो उनका पैसा भी डूब जाएगा लेकिन इस खबर में हम आपको तीन ऐसे बैंक के बारे में बताएंगे जिनको लेकर आरबीआई ने खुद ऐलान किया है कि इन बैंकों पर आंख बंद करके भरोसा किया जा सकता है
 

Haryana Update : RBI ने दावा किया है कि देश में 3 ऐसे Bank हैं, जो कभी नहीं डूब सकते। इन Banks में जमा पैसा किले की तरह Safe रहता है। RBI का यह दावा देश के करोड़ों लोगों में एक भरोसा जगाता है। साथ ही यह ques भी पैदा करता है कि आखिर ऐसी क्‍या चीज है जो इन Banks को इतना Trusted बनाती है और अन्‍य Bank इन मानकों पर खरे क्‍यों नहीं उतर पाते हैं।

रिजर्व Bank ने देश के 3 Banks को डोमेस्टिक सिस्टमेटिकली इम्पोर्टेंट Banks की श्रेणी में डाला है। इसका मतलब है कि एसबीआई, ICICI और HDFC Bank देश की अर्थव्‍यवस्‍था के लिए सबसे जरूरी Bankingसंस्‍थान हैं। मजेदार बात यह है कि इस सूची में एक सरकारी और दो प्राइवेट Banks का नाम आता है।

क्‍या है इनकी खासियत

Bank कर्मचारी राष्‍ट्रीय संगठन के अध्‍यक्ष अश्विनी राणा का कहना है कि इन Banks के पास असेट बेस यानी संपत्ति का आधार इतना मजबूत है कि वे किसी भी आर्थिक बोझ को सह सकते हैं। देश के सबसे बड़े Banks में शुमार होने के साथ ही इन Banks के पास लोन से ज्‍यादा असेट हैं। जाहिर है कि इनके डूबने का खतरा किसी भी परिस्थिति में नहीं है, क्‍योंकि लोन के डूबने के बावजूद इनके कामकाज कोई असर नहीं होगा। इन Banks का एनपीए भी तेजी से घट रहा है और ज्‍यादातर निवेश Safe विकल्‍पों में किए गए हैं। इस कारण 3 Banks की बैलेंस शीट काफी मजबूत है।

जोखिम को करीब भी नहीं आने देते Bank

Bank Market डॉटकॉम के Banking एक्‍सपर्ट हेमंत एआर का कहना है कि SBI, HDFC और ICICI जैसे Banks का फंसा हुआ कर्ज काफी low है। सिर्फ SBI की बात करें तो उसके बांटे कुल कर्ज में NPA का हिस्‍सा सिर्फ 0।67 फीसदी है। Banks ने अपनी कर्ज वसूली में काफी ग्रोथ हासिल की है। इनकी फाइनेंशियल कंडीशन भी काफी मजबूत है।


वित्‍तवर्ष 2022-23 के अनुसार, SBI के पास कुल 55,16,979 करोड़ रुपये के असेट हैं, जबकि Bank का कुल Loan पोर्टफोलियो 32,69,242 करोड़ रुपये है। Bank में ग्राहकों के कुल 44,23,778 करोड़ रुपये जमा हैं। स्‍पष्‍ट है कि इस Bank ने जितना लोन बांटा है, उससे करीब दो गुना संपत्ति बना रखी है। इन Banks के पास पूंजी की कमी नहीं है। Banks का जोखिम प्रबंधन काफी मजबूत है और लोन वसूलने की प्रक्रिया में भी तेजी आ रही है।