RBI News : RBI बैंक करने जा रहा है बड़ा ऐलान, ये लोन हो सकता है महंगा 

Loan News : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कार और बाइक लोन को लेकर एक महत्वपूर्ण अपडेट जारी किया है. इसमें कहा गया है कि अगर आरबीआई आगामी एमपीसी बैठकों में रेपो रेट नहीं घटाता तो ऑटो लोन महंगा हो सकता है। रेपो रेट में अब तक हुई 2.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी में से 1.3 प्रतिशत रिटेल ऑटो लोन में गया है। 

 

RBI News, Haryana Update : ऑटो लोन महंगा हो सकता है अगर भारतीय रिजर्व बैंक आने वाली एमपीसी बैठकों में प्रमुख नीतिगत दर रेपो में कटौती नहीं करता है। यह यात्री वाहनों की बिक्री पर सीधा असर डालेगा। यह मारुति सुजुकी इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (मार्केटिंग और सेल्स) शशांक श्रीवास्तव ने बताया है। उन्होंने कहा कि उद्योग इस वर्ष सिंगल डिजिट ग्रोथ के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि चलते पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री ग्रोथ सिर्फ एक डिजिट में रह सकती है, 2023 में रिकॉर्ड 41.08 लाख यूनिट्स के ऊंचे बेस के साथ।

श्रीवास्तव ने कहा कि देश की कुल आर्थिक वृद्धि एक अच्छी बात है। श्रीवास्तव ने कहा, "वाहन उद्योग की वृद्धि काफी हद तक कुल अर्थव्यवस्था की वृद्धि पर निर्भर करती है।" GDP प्रति व्यक्ति वृद्धि दर 6-6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। दोनों बहुत जुड़े हुए हैं। इसलिए यह एक लाभ है।"

ऑटो लोन महंगा हो सकता है

“हम बहुत ऊंचे बेस पर पहुंच गए हैं।” इस बेस पर निरंतर सुधार करना मुश्किल है। 2021 में ग्रोथ लगभग 27% था और 2022 में 23% था। 2023 तक 8.3 प्रतिशत हो जाएगा। यही कारण है कि इस वर्ष ग्रोथ सिंगल डिजिट में रहेगी।" श्रीवास्तव ने कहा कि भविष्य की मांग ऑटो लोन दरों में बढ़ोतरी से प्रभावित हो सकती है। पिछले वर्ष से रेपो दर ढाई प्रतिशत बढ़ी है। अभी तक खुदरा स्तर पर इस बढ़ोतरी का पूरा प्रसार नहीं हुआ है। उन्होंने स्पष्ट किया कि होम लोन में फ्लोटिंग दरों से रिटेल लोन रेट्स में रेपो दर में वृद्धि होती है। लेकिन ऑटो लोन में निश्चित या फिक्स्ड दरों पर लगभग 98 प्रतिशत कर्ज होता है।

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ज्यादातर मॉडल्स में वेटिंग डेट नहीं है

श्रीवास्तव ने कहा कि खुदरा ऑटो लोन में अब तक हुई 2.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी में से 1.3 प्रतिशत आया है। ऑटो लोन इस साल 1.2 प्रतिशत अधिक महंगा हो सकता है यदि नीतिगत दर में कटौती नहीं होती है। उन्होंने कहा कि ब्याज दर में संभावित वृद्धि के अलावा, पैसेंजर व्हीकल की बिक्री को कुछ अतिरिक्त कारक प्रभावित कर सकते हैं, जैसे दबी मांग का समाप्त होना और निर्माताओं द्वारा 2023 की समाप्ति से पहले स्टॉक में किया गया "करेक्शन"। उनका दावा था कि 2023 की शुरुआत में बहुत सारे पेंडिंग बुकिंग थे। लेकिन वर्षों में यह धीरे-धीरे कम हो गया है। ज्यादातर मॉडलों का वेटिंग पीरियड अब खत्म हो गया है।