UP News : CM योगी ने फ़र्ज़ी टीचरों पर कार्यवाही करने के दिए निर्देश, सैलरी भी देनी होगी वापिस 

UP News : किसी भी राज्य में लोगों को शिक्षित करना बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन क्या होगा अगर शिक्षा देने वाला ही बेवकूफ होगा? योगी सरकार ने ऐसे बदमाश शिक्षकों के खिलाफ कुछ दिनों से लगातार शिकायतों के जवाब में सख्त कार्रवाई की है। विस्तार से जानें 

 

Haryana Update : उत्तर प्रदेश सरकार ने फर्जी दस्तावेजों से भर्ती हुए सैकड़ों लोगों को निकालने की योजना बनाई है। यूपी बेसिक शिक्षा विभाग ने फर्जी डॉक्यूमेंट्स लगाकर विभिन्न जिलों में काम कर रहे ऐसे शिक्षकों की पहचान कर ली है। इन शिक्षकों को न सिर्फ बर्खास्त किया जाएगा, बल्कि उनसे वेतन भी वसूला जाएगा।

उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय स्कूलों में 382 शिक्षकों को फेक डॉक्यूमेंट लगाया गया है, जिन्हें यूपी एटीएस ने भी मंजूरी दी है। इनमें 52 फर्जी शिक्षक देवरिया, 43 मथुरा और 29 सिद्धार्थ नगर से हैं।

बीते पांच साल से एटीएस ने फर्जी मार्कशीट, प्रमाण पत्र या डॉक्यूमेंट्स में हेरफेर करके काम कर रहे शिक्षकों की जांच की है। 2006 से 2016 तक आईटीएस में भर्ती हुए शिक्षकों में बहुत से फर्जी डॉक्यूमेंट्स लगाकर नौकरी मिलने का शक है। 48 जिलों में 382 शिक्षकों को बर्खास्त करने की सिफारिशें अब की गई हैं। जिलेवार बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर सूचना दी जाती है। 

इस जिले में सबसे अधिक फर्जी दस्तावेज वाले शिक्षक देवरिया में बर्खास्त किए गए हैं, 85 से अधिक. देवरिया में 52 और शिक्षक के मामले भी सामने आए हैं।  इसके अतिरिक्त, मथुरा में 43 और सिद्धार्थ नगर में 29 फर्जी शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया है।

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सरकारी नौकरी का सपना खत्म हो जाएगा जब बर्खास्तगी होगी!
जांच में यह भी पता लगाया जा रहा है कि भर्ती प्रक्रिया में धोखाधड़ी किस तरह हुई है और जालसाजों ने फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी पाने में कैसे मदद की है। AT&T ऐसे संगठनों की तलाश में जुटी हुई है। हालाँकि, ऐसे शिक्षकों को बर्खास्त करने और उनसे उनका वेतन भी वसूलने की योजना है। बता दें कि बर्खास्त कर्मचारी को सैलरी और अलाउंस नहीं मिलेंगे। साथ ही, वह व्यक्ति दूसरी नौकरी के लिए अप्लाई नहीं कर सकता और कोई चुनाव नहीं लड़ सकता।