UP News : यूपी में बन रहा है नया एक्सप्रेस वे, योगी सरकार ने लोगो को दी बड़ी सौगात 

हाल ही में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश के इस एक्सप्रेसवे का काम दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा। ज्ञात होना चाहिए कि मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य चार चरणों में विभाजित होकर कुल बारह पैकेजों में किया जा रहा है। कुल 594 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे पर आठ रोड ओवर ब्रिज और 18 फ्लाईओवर का निर्माण चल रहा है..।

 

दिल्ली-मेरठ रैपिडेक्स का उद्घाटन दुहाई से साहिबाबाद के बीच हुआ है, और अब शासन ने मेरठ-प्रयागराज गंगा एक्सप्रेस-वे को अपनी पहली प्राथमिकता में रखा है। इसके परिणामस्वरूप, शासन ने यूपीडा और गंगा एक्सप्रेस-वे निर्माण एजेंसी को काम की गति को तेज करने का आदेश दिया है। यूपीडा की रिपोर्ट के अनुसार, कार्यों का २२ प्रतिशत पूरा हुआ है। अब सभी चार चरणों में हर सप्ताह की प्रगति रिपोर्ट होती है। 

दिसंबर 2021 में मेरठ-प्रयागराज गंगा एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन हुआ था। उसके बाद गंगा एक्सप्रेसवे के लिए जमीन की खरीद और अधिग्रहण हुआ। 2022 में विधानसभा चुनाव के बाद गंगा एक्सप्रेसवे का काम शुरू हुआ। अब सरकार का लक्ष्य है कि गंगा एक्सप्रेस-वे को जनवरी-2025 में शुरू होने वाले प्रयागराज कुंभ से पहले दिसंबर-2024 तक चालू कर दिया जाए। रैपिडेक्स के पहले चरण में संचालन शुरू होने के बाद गंगा एक्सप्रेसवे पर बढ़ाया गया दबाव


यही कारण है कि सरकार अब हर सप्ताह प्रगति रिपोर्ट देनी चाहिए। कुंभ से पहले एक्सप्रेस-वे को शुरू करने में भी मेरठ जिले के सभी नौ गांवों को कोई बाधा नहीं है। जमीन पर काम तेजी से चल रहा है। यूपीडा अधिकारियों ने कहा कि मेरठ जिले में गंगा एक्सप्रेस-वे का काम अच्छा चल रहा है। वैसे, अक्तूबर 18 तक अतिरिक्त 22 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। 

UP Roadways : योगी सरकार यूपी के लोगो के लिए लाई है खास सर्विस, सरकार ने घटाया किराया

बिजौली में इंटरचेंज का काम तेजी से चल रहा है—

मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य चार चरणों में विभाजित कर 12 पैकेजों में किया जा रहा है। 594 किमी लंबे एक्सप्रेस-वे पर 18 फ्लाईओवर और आठ सड़क पार ब्रिज बनाए जा रहे हैं। मेरठ-बुलंदशहर हाइवे-334 पर हापुड़ रोड पर खरखौदा क्षेत्र के गांव बिजौली के पास बन रहे इंटरचेंज का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है। इंटरचेंज लगभग चालीस पिलर पर बनाया जाएगा। अधिकांश पिलर तैयार हैं।  रोड डिवाइडर पर भी पिलर बनाए जा रहे हैं। 

काम चार चरणों में चल रहा है:

पहले चरण में 129.700 किमी, दूसरे चरण में 151.700 किमी, और तीसरे चरण में 155.700 किमी चौथे चरण में कुल 156.847 किमी, यानी करीब 594 किमी