UP में बनेगा ग्रीन एनर्जी प्रॉजेक्ट का हब, लगेंगे अक्षय ऊर्जा 4 बड़े संयंत्र
Solar Energy : अब राज्य सरकार GBC में 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की 125 ग्रीन एनर्जी परियोजनाओं का जल्द ही उद्घाटन करेगी। आपको बता दें कि पिछले कुछ वर्षों में कोयला आधारित पावर प्लांट की तुलना में सोलर पावर प्लांट लगाए गए हैं, जो प्रदूषण को कम करने के सरकारी प्रयास को काफी सफल बनाने वाला है।
Haryana Update : अब सरकार का ध्यान राज्य की विद्युत आवश्यकताओं को पूरा करने पर ग्रीन एनर्जी पर है। राज्य सरकार कोयला आधारित पावर प्लांटों की जगह ग्रीन एनर्जी के पावर प्लांटों पर जोर दे रही है, जिससे प्रदूषण कम हो सके। यह आने वाले कुछ महीनों में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (GBC) में दिखाई देगा। टस्को, बीएसईएल, ग्रीनको और एसीएमई क्लीनटेक जैसी बड़ी कंपनियां उत्तर प्रदेश में ग्रीन एनर्जी प्लांट लगाने की योजना बना रही हैं।
चार बड़े अक्षय ऊर्जा संयंत्र लगेंगे
GBC में राज्य सरकार बुंदेलखंड और पूर्वांचल में 35 हजार करोड़ रुपये से अधिक की चार परियोजनाओं का उद्घाटन करेगी। ग्रीनको ग्रुप ने सोनभद्र में 17 हजार करोड़ रुपये से अधिक की ऑफ स्ट्रीम क्लोज लूप पंप स्टोरेज परियोजना की स्थापना की, जो 3,660 मेगावॉट बिजली का उत्पादन करेगी। टस्को ललितपुर में 1,000 मेगावाट की एक माताटीला फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्लांट भी बनाएगा।
कंपनी इस परियोजना में "6,500 करोड़ का निवेश (Investment of Rs. 6,500 crore) करेगी।" वहीं, जालौन में बुंदेलखंड सौर ऊर्जा लिमिडेट से 1,200 मेगावाट का सोलर पॉवर पार्क बनाया जाएगा। ये परियोजना भी छह सौ करोड़ रुपये की होगी। यही नहीं, ACME Cleantech Solutions (ACME Cleantech Solutions) ने 6,000 करोड़ रुपये की लागत से प्रयागराज और मीरजापुर में 1,250 मेगावाट की दो ऑफ स्ट्रीम क्लोज लूप पंप स्टोरिंग परियोजनाएं शुरू की जाएंगी।
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निवेश इन-इन सेक्टर में
अक्षय ऊर्जा (renewable energy) सहित यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (Uttar Pradesh Global Investors Summit) 2023 के बाद GBC के प्रथम फेज में उतरने को पूरी तरह से तैयार कई क्षेत्र हैं, जो धरातल पर उतरने को तैयार हैं। इनमें यूपीसीडा में 1,00,218 करोड़ की 1081 परियोजनाएं हैं, नोएडा में 56,679 करोड़ की 131 परियोजनाएं हैं, उच्च शिक्षा में 51,036 करोड़ की 27 परियोजनाएं हैं, आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स में 49,337 करोड़ की 46 परियोजनाएं हैं, आवास एवं शहरी नियोजन में 46,077 करोड़ की 688 परियोजनाएं हैं, फूड प्रॉसेसिंग में 42,280 करोड़ की 843 परियोजनाएं हैं, ऊर्जा में 39,797 करोड़ की 6 परियोजनाएं हैं,
बिजली की मांग पूरी करने के साथ-साथ प्रदूषण भी नियंत्रित
यूपी में अगले वर्ष गर्मियों तक बिजली की मांग 30,000 मेगावाट से अधिक होने का अनुमान है। ऐसे में राज्य सरकार का ध्यान ग्रीन एनर्जी (ग्रीन एनर्जी) से बिजली बनाने पर है, जिससे बिजली मिलती है और प्रदूषण कम होता है। विशेष रूप से बुंदेलखंड में सोलर पावर प्लांट दिखाई देते हैं।