Vande Bharat Express : वंदे भारत एक्सप्रेस का किराया हुआ बिल्कुल कम, अब गरीब लोग भी आराम से कर सकते है सफर
रेलवे के बनाए जा रहे ट्रेन के कोच का कहना है कि अधिक किराया होने के कारण बहुत से यात्री ट्रेन में नहीं जा पा रहे हैं। इसलिए रेलवे ने "वंदे साधारण" (vande sadharan) चलाने का फैसला किया है। समाचारों के अनुसार, इस ट्रेन का कोच बनने का प्रयास अभी भी जारी है। इस ट्रेन को चेन्नई में इंटेग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में बनाया जा रहा है। यह कुछ महीनों में पूरा हो जाएगा और तैयार हो जाएगा। रेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि वंदे भारत और साधारण वंदे भारत ट्रेनों के बीच के अंत को समझना चाहिए।
यह विशिष्ट ट्रेन आम लोगों के लिए बनाई गई है और यह भी सदी और जन सदी की तरह होगी। जब ज़ब शताब्दी ट्रेन शुरू हुई, तो इसका किराया बहुत अधिक था, लेकिन फिर रेलवे ने जन शताब्दी ट्रेन को कम किराये पर शुरू किया। रेलवे ने इस ट्रेन को गरीब लोगों के लिए बनाया है। रेलवे का लक्ष्य है कि गरीब यात्री भी वंदे भारत ट्रेनों में सफर कर सकें और सभी सुविधाएं मिलें। वंदे भारत एक्सप्रेस की तुलना में इस ट्रेन का किराया काफी कम होगा।
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किराया के बारे में अभी तक कोई अधिकारिक जानकारी नहीं मिली है, लेकिन बेहतरीन सुविधाएं और कम अवरोध मिलेंगे। वंदे भारत साधारण ट्रेन में 24 एलएचबी कोच होंगे, अगर इसमें मिलने वाली सुविधाओं की बात करें। बायो वैक्यूम शौचालय, यात्री सूचना प्रणाली और चार्जिंग स्टेशन नहीं होंगे। ट्रेन में सीसीटीवी कैमरे भी होंगे। ऑटोमैटिक दरवाजे की सुविधा भी मिलेगी। इन ट्रेनों की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि वे मेल और एक्सप्रेस से अधिक तेज हैं और कम जगह पर रुकते हैं।