दिल्ली- पानीपत रैपिड मेट्रो लाइन पर आया Big Update! जानें देरी की खास वजह
Haryana Update: भाजपा सांसद रमेश कौशिक ने हरियाणा के सोनीपत जिले से दिल्ली से पानीपत तक सेमी-हाई स्पीड रैपिड मेट्रो लाइन परियोजना में देरी को लेकर दिल्ली सरकार को घेर लिया है।
योजना की लागत 21,627 करोड़ रुपये
दिसंबर 2020 में हरियाणा कैबिनेट ने दिल्ली-पानीपत आरआरटीएस की डीपीआर को मंजूरी दी थी। कॉरिडोर का निर्माण 21,627 करोड़ रुपये का था और 2028 तक पूरा होना था। 2031 तक इस मार्ग से लाभ मिलेगा। लाइन की औसत गति 100 km/h होनी चाहिए, जिसकी रफ्तार 180 km/h होनी चाहिए। पानीपत और गन्नौर आईओसीएल टर्मिनल बनेंगे।
उन्हें लाभ मिलेगा
यह लाइन मुरथल, गन्नौर, समालखा, पानीपत साउथ, पानीपत नॉर्थ, पानीपत डिपो और आयोसपाल को सीधे पानीपत निज़ामुद्दीन, सराय काले खां, इंद्रप्रस्थ, कश्मीरी गेट, बुरारी क्रॉसिंग, मुकरबा चौक, अलीपुर, कुंडली, केएमपी एक्सप्रेसवे इंटरचेंज और राजीव गांधी एजुकेशन सिटी से जोड़ती है। मिल जाएगा।
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7.79 लाख पर्यटकों को लाभ मिलेगा
प्रोजेक्ट पूरा होने पर दिल्ली से पानीपत तक 7.79 लाख यात्रियों को लाभ होगा, सांसद रमेश कौशिक ने कहा। इस परियोजना को केंद्रीय सरकार ने मंजूरी दी है। दिल्ली सरकार अपना हिस्सा जमा करने को लेकर गंभीर नहीं है, हालांकि हरियाणा सरकार अपना हिस्सा जमा कर चुकी है। सांसद ने कहा कि रैपिड मेट्रो योजना दो साल में पूरी हो जाएगी अगर दिल्ली सरकार इसमें दखल नहीं देगी।
यह लाइन 103 किमी है।
दिल्ली-पानीपत सेमी हाई स्पीड रैपिड एक्स आरआरटीएस लाइन की लंबाई 103 किमी है। यह लाइन राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम द्वारा निर्मित है और 160 किमी/घंटा की रफ्तार से चलेगी। यह लाइन दिल्ली में सराय काले खां से शुरू होकर एनएच 44 के साथ कश्मीरी गेट आईएसबीटी से सोनीपत और पानीपत तक चलेगी।