Chanakya Niti : पुरूष के साथ रहने के बाद भी इन महिलाओं की इच्छाएं रह जाती है अधूरी, नहीं हो पाती संतुष्ट
आचार्य चाणक्य महान अर्थशास्त्री और कूटनीतिज्ञ माने जाते हैं, आचार्य चाणक्य अपनी नीतियों में ने स्त्री की उस गलती के बारे में बताया है जो वो पुरुष के साथ रह कर करती है और फिर जिंदगी भर पछताती है.
Chanakya Niti : आचार्य चाणक्य महान अर्थशास्त्री और कूटनीतिज्ञ माने जाते हैं, आम जिंदगी में भी नीतिशास्त्र में बतायी गयी नीतियों का फायदा लिया जा सकता है. नीतिशास्त्र में आचार्य चाणक्य ने एक स्त्री की उन गलतियों को बारे में बताया है जो वो जिंदगी में करती है और फिर पछताती है.
कितना भी ऊंचा पेड़ हो, नदी के किनारे होगा तो कभी भी गिर सकता है
आचार्य चाणक्य ने बताया कि जो पेड़ नदी के किनारे खड़ा है वो कभी भी खत्म हो सकता है. उसकी जड़े कभी भी मिट्टी को छोड़ सकती हैं. बहते पानी की वजह से जमीन का कटाव हमेशा होता रहता है. ऐसे में जब ये कटाव ज्यादा बढ़ जाता है तो बड़े से बड़ा पेड़ भी गिर जाता है.
यही नहीं जब भी बाढ़ आती है तो ऐसे पेड़ों के गिरने की आंशका हमेशा बनी रहती है. दरअसल आचार्य चाणक्य ये कहना चाहते हैं कि इंसान जीवन में कितना भी बड़ा क्यों ना बन जाए उसे घमंड नहीं करना चाहिए. क्योंकि कभी क्या समय आ जाए कोई नहीं जानता.z
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स्त्री का पुरुष पर आश्रित होना
आचार्य चाणक्य बताते हैं कि परिवार की स्त्री या पत्नी को गैर पुरुष पर आश्रित नहीं छोड़ना चाहिए. कई धर्म ग्रंथों में में भी ये सलाह दी गयी है कि स्त्री को किसी और के ऊपर आश्रित नहीं छोड़ना चाहिए. ऐसे करने पर उसका खुद का अस्तित्व खत्म हो जाता है और उसकी सारी इच्छाएं अधूरी रह जाती है.
तमाम काबलीयत होने के बाद भी ऐसी स्त्री कभी वो मुकाम हासिल नहीं कर पाती जिसके योग्य वो होती है. दरअसल आचार्य चाणक्य ये कहना चाहते हैं कि स्त्री को शिक्षित और मजबूत बनाए. उन्हे आत्मनिर्भर बनाए. जब वो खुद पैसा कमाएगी तो उसे किसी के आगे हाथ नहीं फैलना पड़ेगा.
बिना मंत्री के राजा नहीं बना जा सकता
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि एक मंत्री, आम लोगों से मिलता है और उनके दुख दर्द को एक राजा के मुकाबले ज्यादा बेहतर समझता है और इसी आधार पर राजा को फैसले लेने में मदद करता है. एक सच्चा और योग्य मंत्री अगर ना हो तो राजा की राजशाही कभी भी जा सकती है.
जनता के सुख का ध्यान नहीं रखा गया तो कभी भी जन विरोध का सामना करना पड़ सकता है. इस नीति को आप अपने जीवन में भी लागू कर सकते हैं कि सही सलाह देने वाला दोस्त या गुरु जरूर साथ होना चाहिए जो आपको बताएं कि क्या गलत है क्या सही है.