हरियाणा रोडवेज बसे इन रूटों हो जाएगी बंद, बेड़े में बसों की आई कमी! 2 महीनों 22 बसें कंडम
हरियाणा परिवहन विभाग की मांग पर 30 अप्रैल तक की छूट दी गई थी। यह अवधि आज से पूरी हो रही है। इसमें रोहतक को मिल चुकी 18 बसें दिल्ली के मार्ग पर चलाने की मजबूरी हो जाएगी।
Haryana Update : बस यात्रियों को सुविधाएं मिलने की बजाए घट रही हैं। बसों का बेड़ा लगातार कम हो रहा है। जिससे मार्गों के परमिट कैंसिल हो चुके हैं। इन पर सालों से सफर बंद हो चुका है। अगले दो माह के दौरान बसें कंडम होने से लोकल के यात्रियों की परेशानी बढ़ेगी। क्योंकि यह बसें फिलहाल लोकल के मार्गों पर चलाई जा रही हैं। जबकि नई बसें आने की गति बेहद धीमी है।
वर्ष 2014 में हरियाणा स्टेट में 3600 बसें थी। इनकी संख्या घटते हुए अब 2200 रह गई है। इसी अनुसार रोहतक डिपो में वर्ष 2014 में 240 बसों से घटकर फिलहाल 186 बसें रह गई हैं। इनमें 15 बसें ट्रेनिंग की भी शामिल हैं। पिछले सालों में लगातार बसों की संख्या घटने के कारण लंबी दूरी के मार्गों पर बसों को चलाना मुश्किल हो गया। इससे डिपो से 14 मार्गों के परमिट कैंसिल हो चुके हैं।
पुरानी पर पाबंदी, आज से दिल्ली तक नई बसें चलाने की मजबूरी
दिल्ली सरकार ने वर्ष 2022 में 30 अक्टूबर के बाद दिल्ली में पुरानी बसों के घुसने पर पाबंदी लगा दी थी। इस पर हरियाणा परिवहन विभाग की मांग पर 30 अप्रैल तक की छूट दी गई थी। यह अवधि आज से पूरी हो रही है। इसमें रोहतक को मिल चुकी 18 बसें दिल्ली के मार्ग पर चलाने की मजबूरी हो जाएगी।
जबकि फिलहाल यह बसें चंडीगढ़ और अन्य लंबी दूरी के मार्गों पर चलाई जा रही हैं। ऐसा नहीं करने पर यात्रियों की परेशानी बढ़ जाएगी। जिससे दूसरे मार्गों पर यात्रियों के लिए असुविधा बढ़ जाएगी।
10 वर्ष में 54 बसें बेड़े से कम हो गईं; आगरा, बठिंडा, कटरा समेत कई अन्य महत्वपूर्ण रूट हैं बंद
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पिछले साल सालासर के लिए बस चलाने की डिमांड बढ़ी तो रोहतक डिपो को सोनीपत डिपो से परमिट लेकर बस चलानी पड़ी थी। जबकि पहले से कैंसिल हो चुके मार्गों पर बसों का संचालन बंद हो चुका है। 22 बसों की आयु जून तक पूरी हो जाएगी।
इसलिए अंदेशा है कि तीन रूट और बंद किए जा सकते हैं। फिलहाल यह बसें, गोहाना, भिवानी, सोनीपत, पानीपत, बहादुरगढ़, झज्जर समेत अन्य लोकल के मार्गों पर चलाई जा रही हैं। बसें रिटायर होने से इन मार्गों पर बसों में यात्रियों की भीड़ बढ़ना लाजिमी है।
इन मार्गोँ पर चलने वाली 8 बसें पिछले साल भी रिटायर होने के बाद कंडम घोषित की गई थी। जबकि नई बसें लाने में विभाग की गति बेहद धीमी है। कर्मचारी संगठनों की डिमांड पर रोहतक डिपो से 200 नई बसें देने की डिमांड की गई थी।
इस पर वर्ष 2022 में परिवहन विभाग ने जिले को 30 नई बसें देने की घोषणा की थी। इनमें से 18 बसें ही मिल पाई हैं। बाकी 12 बसों के आने का इंतजार किया जा रहा है।
इन मार्गों के कैंसिल हो चुके परमिट
रोहतक - आगरा रोहतक - मथुरा रोहतक - पठानकोट रोहतक - अमृतसर रोहतक - डलहौजी रोहतक - जम्मू कटरा रोहतक - बीकानेर रोहतक - कानुपर रोहतक - गंगानगर रोहतक - अनूपगढ़ रोहतक - फिरोजपुर रोहतक - पंचकोशी रोहतक - अबोहर रोहतक - बठिंडा
दिल्ली में पुरानी बसों की पाबंदी के बाद इस मार्ग पर नई बसें चलाई जा रही हैं। नई बसों की संख्या बढ़ाने के लिए विभाग काम कर रहा है। यात्रियों को परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
-भारत भूषण गोगिया, जीएम रोडवेज, रोहतक