Delhi-NCR मे लू, हीट स्ट्रोक से बचने के लिए रखें इन बातों का ध्यान
New Delhi. पिछले कुछ दिनों में दिल्ली के चार बड़े अस्पतालों में आठ मरीज हीट स्ट्रोक (heat stroke) के बाद इमरजेंसी में पहुंचे हैं। हीट स्ट्रोक के बाद चार मरीज एम्स, दो लोकनायक और एक राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती हुए।
दोपहर में मोटरसाइकिल चलाने वाले लोगों की संख्या अधिक
डॉक्टर रितु सक्सेना, लोकनायक अस्पताल के इमरजेंसी विभाग के प्रमुख, ने बताया कि अभी तक दो मरीज हीट स्ट्रोक के लक्षणों के साथ इमरजेंसी विभाग में आए हैं। तापमान बढ़ने पर लोगों को बहुत सावधान रहना चाहिए। दोपहर में बाइक चलाने वालों को हीट स्ट्रोक का अधिक खतरा है।
शरीर का तापमान बढ़ता है
हीट स्ट्रोक में शरीर का तापमान सामान्य से अधिक हो जाता है। अक्सर यह 104 फारेनहाइट तक पहुंचता है। ऐसे में शरीर खुद को ठंडा नहीं रख सकता। शरीर का थर्मल सिस्टम खराब होने पर यह घटना होती है। ऐसी स्थिति में थकान, उल्टी, चक्कर और पसीना आ सकते हैं।
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गर्मी में लंबे समय न रहें
हीट स्ट्रोक में तुरंत उपचार आवश्यक है। लेकिन गर्मी में बिना काम करने वाले भी हीट स्ट्रोक हो सकते हैं। यदि आप गर्मी में बैठे रहते हैं और पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीते हैं तो भी समस्या हो सकती है। इसका अधिक खतरा बुजुर्गों, छोटे बच्चों और मधुमेह वाले लोगों को होता है।
ये हैं हीट स्ट्रोक के लक्षण
● शरीर का तापमान 104 डिग्री या इससे अधिक होना ● पसीना आना बंद होना ● दिल की धड़कन तेज होना ● दिमाग में अस्थिरता, असंतुलन और दौरे
ये बातें याद रखें
● धूप से बचने के लिए सूती कपड़े और टोपी पहनें। अगर आप बाहर जाते हैं तो शाम तीन बजे के बाद या सुबह 11 बजे से पहले जाना चाहिए।
● आठ से नौ ग्लास पानी पीना चाहिए। यदि आपको दिल या किडनी की बीमारी है तो इस बारे में एक डॉक्टर से बात करना चाहिए।
● पालतू जानवरों, बच्चों और बुजुर्गों को अकेले न छोड़ें।
हीट स्ट्रोक से बचने के लिए ये उपाय करें
● सभी पेय पदार्थ शरीर को तरल नहीं रखते। शराब या ज्यादा शुगर वाले पेय पदार्थ शरीर में डिहाइड्रेशन की वजह बन सकते हैं
● एक साथ ज्यादा भोजन न करें, छोटे-छोटे अंतराल पर पौष्टिक भोजन करें। हरी सब्जियों, सलाद और फलों को जरूर शामिल करें
● घरों में ठंडे कमरों से अचानक गर्मी में बाहर निकलने से पहले थोड़ी देर सामान्य तापमान में रुकें और फिर बाहर जाएं
● व्यायाम बेहद जरूरी है, लेकिन ध्यान रहे कि इतना ज्यादा पसीना न निकले कि शरीर बहुत गर्म होने लगे
● शरीर उच्च तापमान में ज्यादा परिश्रम से गर्म हो जाता है तो आपातकालीन उपचार लें