RBI ने कही ये बात, बढ़ती महंगाई ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
Dearness: RBI मौद्रिक नीति समीक्षा करते समय मुख्य रूप से खुदरा मुद्रास्फीति पर विचार करता है। उसे मुद्रास्फीति को चार प्रतिशत पर रखने की जिम्मेदारी दी गई हैं, जानिए पूरी जानकारी।
Haryana Update, Dearness: आपको बता दें, की खानेपीने वाले सामाने के रेट में वृद्धि से महंगाई बढ़ी है। पिछले महीने रिटेल इंफ्लेशन 5.69% पर पहुंच गया, जो चार महीनों में सबसे अधिक है। नवंबर, 2023 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति 5.55 प्रतिशत थी, जबकि दिसंबर, 2022 में 5.72 प्रतिशत थी। इससे पहले अगस्त में मुद्रास्फीति 6.83 प्रतिशत के उच्च स्तर पर पहुंच गई।
राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं की खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर महीने में 9.53% हो गई, जो पिछले महीने 8.78% और पिछले वर्ष 4.98% से अधिक थी।
रिजर्व बैंक मुद्रास्फीति को देखता हैं
RBI मौद्रिक नीति समीक्षा करते समय मुख्य रूप से खुदरा मुद्रास्फीति पर विचार करता है। उसे मुद्रास्फीति को चार प्रतिशत पर रखने की जिम्मेदारी दी गई है, दो प्रतिशत की कमी और दो प्रतिशत की वृद्धि के साथ। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने हाल ही में मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए कहा कि अनिश्चित खाद्य कीमतों से आने वाले महीनों में मुद्रास्फीति का आउटलुक प्रभावित होगा।
सब्जियों और दालों की कीमतें बढ़ी
दिसंबर में दालों की कीमतें बढ़ी हैं। नवंबर में यह 20.23% था, जो दिसंबर में 20.73% था। इसके अलावा, सब्जियों की कीमतों में भी भारी इजाफा हुआ है। पिछले महीने सब्जियों की कीमतें 17.70% पर थीं, लेकिन दिसंबर में 27.64% हो गईं।
सब्जियों और दालों की कीमतें बढ़ी
दिसंबर में दालों की कीमतें बढ़ी हैं। नवंबर में यह 20.23% था, जो दिसंबर में 20.73% था। इसके अलावा, सब्जियों की कीमतों में भी भारी इजाफा हुआ है। पिछले महीने सब्जियों की कीमतें 17.70% पर थीं, लेकिन दिसंबर में 27.64% हो गईं।
फल और अनाज का क्या हाल हैं
अनाज की कीमतों और मूल्यों में मामूली गिरावट आई है। नवंबर महीने में यह 10.27% था और दिसंबर महीने में 9.93% था। नवंबर में मसालों की महंगाई दर 21.55 प्रतिशत थी, जो दिसंबर में 19.69 प्रतिशत थी। फलों की महंगाई दर 11.14% रही, जो पिछले महीने 11.95% थी।
500 रुपए के नोट समेत इन नोटों पर लगेगी ये तस्वीर, RBI ने जारी किया बड़ा आदेश