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दिल्ली से 40 लाख रुपये लेकर भागे दो सगे भाई को मुजफ्फरपुर में 32.30 लाख रुपये के साथ पकड़ा

हरियाणा अपडेट - मुजफ्फरपुर जंक्शन पर लिच्छवी एक्सप्रेस की एसी एसी फर्स्ट बोगी से गिरफ्तार किया गया - सीतामढ़ी के जानीपुर के निवासी हैं और पिछले दो वर्ष से पार्ट्स कंपनी में काम कर रहे हैं पैसे लेकर जा रहा एक कंपनी का चालक जाम में फंसा, इसलिए मदद के लिए भेजा गया। मालवीय नगर, दिल्ली स्थित कार्यालय के निकट पहुंचाना था 40 लाख रुपये कंपनी में जाने की बजाय रुपये लेकर दोनों लिच्छवी एक्सप्रेस में सवार हो गए 
 
दिल्ली से 40 लाख रुपये लेकर भागे दो सगे भाई को मुजफ्फरपुर में 32.30 लाख रुपये के साथ पकड़ा

मुजफ्फरपुर डेस्क - सोमवार को मुजफ्फरपुर रेल थाना और दिल्ली पुलिस की टीम ने दिल्ली से 40 लाख रुपये लेकर भागे सीतामढ़ी के जानीपुर के दो सगे भाई मणिभूषण कुमार और शशिभूषण शर्मा को जंक्शन पर लिच्छवी एक्सप्रेस की एसी फर्स्ट बोगी से गिरफ्तार कर लिया।

इन्हें 32.30 लाख रुपये मिले। सीतामढ़ी स्टेशन पर उनकी निशानदेही पर 4.50 लाख रुपये की एक पुरानी रेसिंग बाइक पकड़ी गई। दिल्ली पुलिस और मुजफ्फरपुर रेल पुलिस दोनों से पूछताछ कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर ले जाएगी। मुजफ्फरपुर रेल थानेदार इंस्पेक्टर रंजीत कुमार, डीआईयू और जीआरपी टीम के साथ दिल्ली पुलिस के अधिकारी मोहित बंसल छापेमारी टीम में शामिल थे।  


दिल्ली पुलिस ने बताया कि 29 अगस्त की शाम को स्पेयर पार्ट्स बनाने वाली एक कंपनी से 40 लाख रुपये लेकर भाग गए। कम्पनी के मालिक ने चालक अजय कुमार को मालवीय नगर कार्यालय में अकाउंट विभाग में पैसे भेजे। जब चालक जाम में फंस गया तो कंपनी के मालिक ने मणिभूषण से कहा कि वे कार्यालय में पैसे दे दें। पैसे लेकर मणिभूषण भाग गया।

कंपनी के मालिक अंकुर सहाय ने 29 अगस्त को लिखित और 30 अगस्त को मौखिक रूप से मालवीय नगर थाने को शिकायत की। बताया कि दोनों भाई कंपनी में ढाई साल से काम कर रहे थे। बाद में मालवीय नगर पुलिस ने मैनुअल और वैज्ञानिक तरीके से जांच शुरू की। रेल थाना के थानेदार रंजीत कुमार ने इसकी पुष्टि की है। 

मुखबिर और टावर लॉकेशन से प्राप्त सूचना: 
 

दिल्ली पुलिस ने बताया कि मणिभूषण और शशिभूषण के मोबाइल टावर के स्थान का पता लगाया गया है। उस समय, हुलिया के आधार पर मुखबिर ने बताया कि दोनों बिहार जाने वाली लिच्छवी एक्सप्रेस पर सवार थे। दिल्ली पुलिस ने इसके बाद मुजफ्फरपुर रेल थानेदार से संपर्क करके मामले को बताया। ट्रेन मुजफ्फरपुर पहुंचते ही रेल थानेदार और उनकी टीम ने बोगी को घेरकर दोनों को एसी फर्स्ट से गिरफ्तार कर लिया। उनके बैग में 32.30 लाख रुपये मिले, सभी 500 के नोट थे।

जुर्माना देकर ट्रेन टिकट प्राप्त किया:


पूछताछ के दौरान दोनों ने पुलिस को बताया कि वे जल्दबाजी में टिकट भी नहीं कटा सके। दोपहर में आनंद विहार स्टेशन पर ऑटो से पहुंचे। दो सामान्य टिकटों को हटाया और टीसी को एक हजार रुपये का जुर्माना देकर समान फर्स्ट क्लास का टिकट बनाया। फिर लिच्छवी ट्रेन से सीतामढ़ी के लिए एक रेसिंग बाइक भी बुक कर ली थी।
 


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