Business Idea : कमाना है मोटा पैसा, तो ये बिज़नस जरूर करें Try
Haryana Update : भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां पर आधी से ज्यादा जनसंख्या Farming पर डिपेंड है। खेती-किसानी से आज के समय में कई Kisan मोटी कमाई कर रहे हैं।अगर आप भी एक Kisan है और बंपर मुनाफे वाली किसी Farming की तलाश में हैं तो महोगनी और सागवान Tree की Farming आपके लिए बेस्ट हो सकती है। इस Tree की Farming से आप कम समय में बंपर मुनाफा कमा सकते हैं। आइए जानते हैं इस Tree की Farming के बारे में।
इतने सालों में तैयार होंगे सागवान और महोगनी के पेड़-
कई Kisan इन पेड़ों की Farming से अच्छा-खासा मुनाफा कमा रहे हैं। एक्सपर्टस का कहना है कि Mahogani Tree की Farming शरद ऋतु में ही सही मानी जाती हैं। सर्दियों में ये Tree अच्छे से तैयार हो जाता है। सर्दियों में ये Tree 15 डिग्री और गर्मियों में 30 डिग्री में अच्छे से तैयार होते है। वहीं, अगर महोगनी के Tree की Farming की बात करें तो ये Tree प्रति बिगहा 150 से 200 लगाए गए हैं। इसकी Farming में तकरीबन 2 Lakh की लागत आती हैं। वहीं, ये Tree तैयार होने में लगभग 10 से 12 साल का समय लेता हैं। Mahogani Tree हजारों रुपए किलो में बिकता हैं। इस Tree के चलते आप कुछ की समय में लाखों की कमाई कर सकते हैं।
इतनी है महोगनी के एक Tree की कीमत-
Kisano का कहना है कि महोगनी के साथ-साथ ही सागवान की Farming भी फायदेमंद हो सकती है। सागवान और Mahogani Tree दोनों हजारों रुपए किलो तक बिकने वाले Tree हैं।किंतु इन दोनों पेड़ों का ग्राथिंग सिस्टम थोड़ा अलग है।
हालांकि सागवान के मुकाबले महोगनी की डिमांड काफी ज्यादा है और इस Tree की Farming से कम समय में आमदनी बढ़ाई जा सकती है।एक Mahogani Tree की Rate 40 से 50 हजार रुपए तक होता हैं।
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महोगनी के पत्तियों और लकड़ियों का यूज-
Mahogani Tree की Farming पर्यावरण को नुकसान से बचाने के लिए भी की जाती है। जहां एक और सागवान Tree 2 सालों में लगभग 10 Feet तक तैयार हो जाता हैं। वहीं, Mahogani Tree महज सागवान के मुकाबले केवल 6- 7 फिट तक तैयार होते हैं। किंतु महोगनी के Tree के साथ ही उसकी पत्तियों की भी काफी डिमांड है। महोगनी के Tree के पत्तियों से कई जड़ी बूटियों को तैयार किया जाता है।
लकड़ियों की बात करें तो इस Tree की लकड़ियों का इस्तेमाल फर्नीचर, प्लाईवुड बनाने में इस्तेमाल किया जाता हैं। हालांकि, इस Tree की सबसे अधिक केरल, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, पश्चिम बंगाल, गुजरात, राजस्थान जैसे राज्यों में की जाती हैं और वहां के कई Kisan इन बंपर कमाई वाले पेड़ों की Farming कर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं।